आंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर भराड़ीसैंण में 8 देशों के राजनयिकों की गरिमामयी उपस्थिति
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर भराड़ीसैंण, गैरसैंण में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में प्रतिभाग...

आंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर भराड़ीसैंण में 8 देशों के राजनयिकों की गरिमामयी उपस्थिति
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अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर भराड़ीसैंण, गैरसैंण में एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें 8 देशों के राजदूत और उच्चायुक्त शामिल हुए। यह कार्यक्रम न केवल योग के प्रतीकात्मक महत्व को प्रदर्शित करता है, बल्कि उत्तराखंड की प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक विविधता को भी उजागर करता है।
गैरसैंण की अद्भुत प्राकृतिक सुंदरता
भराड़ीसैंण पहुंचते ही विदेशी मेहमानों ने गैरसैंण की हरियाली और शुद्ध वातावरण का आनंद लिया। यहाँ की वादियाँ और पर्वत का दृश्य देखकर सभी अभिभूत थे। विदेशी डिप्लोमेट्स ने इसे एक स्वर्गिक स्थल बताया, जो भारत के पर्यटन क्षेत्र की बढ़ती लोकप्रियता को दर्शाता है। यह दर्शाता है कि उत्तराखंड पर्यटकों के लिए एक आकर्षण का केंद्र बनता जा रहा है।
संस्कृतिक स्वागत की भव्यता
राजदूतों का स्वागत अत्यन्त भव्य तरीके से किया गया। उत्तराखंड की समृद्ध लोक संस्कृति की झलक प्रस्तुत करने के लिए छोलिया नृत्य और पारंपरिक वाद्य यंत्रों का प्रदर्शन किया गया। इस सांस्कृतिक स्वागत ने विदेशी मेहमानों को भारत की विविधता का अनुभव कराया, जिससे उन्होंने भारतीय परंपरा और संस्कृति की सराहना की। यह सभी के लिए एक अद्वितीय अनुभव था।
प्रतिभागियों की उपस्थिति
इस विशेष अवसर पर विभिन्न देशों के प्रतिनिधियों जैसे कि भारत में मैक्सिको के राजदूत फेडेरिको सालास, फिजी के हाई कमिश्नर जगन्नाथ सामी, नेपाल के राजदूत डॉ। शंकर प्रसाद शर्मा, सूरीनाम के राजदूत अरुणकोमर हार्डियन, और मंगोलिया के राजदूत डंबाजाविन गैंबोल्ड ने हिस्सा लिया। इसके अतिरिक्त, लातविया के डिप्टी हेड ऑफ मिशन मार्क्स डीतॉन्स और श्रीलंका उच्चायोग के मिनिस्टर काउंसलर लक्ष्मेंद्र गेशन डिसनायके ने भी इस कार्यक्रम में भाग लिया।
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का महत्व
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस केवल योग के स्वास्थ्य लाभों को बढ़ावा देने का अवसर नहीं है, बल्कि यह विभिन्न संस्कृतियों के बीच शांति और सहयोग का प्रतीक भी है। इस दिन, विश्वभर के लोग एक साथ योग करते हैं, जिससे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार की दिशा में बड़े कदम उठाये जाते हैं।
निष्कर्ष
आंतरराष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन केवल एक दिन का उत्सव नहीं है, बल्कि यह विभिन्न देशों और संस्कृतियों के बीच मजबूत संबंध स्थापित करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। भराड़ीसैंण में 8 देशों के राजकीय प्रतिनिधियों की उपस्थिति यह दर्शाती है कि योग वैश्विक स्वास्थ्य, कल्याण और सहयोग का एक अनिवार्य तत्व बनता जा रहा है। हमें गर्व है कि भारत इस वैश्विक पहल का नेतृत्व कर रहा है, और इस प्रकार के आयोजनों के माध्यम से हम सभी के बीच एक बेहतर समझ और सहयोग का अवसर मिलता है।
कम शब्दों में कहें तो, भराड़ीसैंण में हुए इस कार्यक्रम ने यह साबित किया है कि योग और संस्कृति के माध्यम से हम सभी एक दूसरे के करीब आ सकते हैं।
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सादर,
टीम PWC News, सना शर्मा
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