हल्द्वानी जेल में रक्षाबंधन का उत्सव: कुमाऊं कमिश्नर ने महिला बंदियों संग मनाया भाई-बहन का पर्व

रक्षाबंधन पर कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने हल्द्वानी जेल में महिला बंदियों संग मनाया पर्व, जेल निरीक्षण में दिखी बंदियों की आत्मनिर्भरता, पेंटिंग व कारपेंटरी Source

Aug 9, 2025 - 18:53
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हल्द्वानी जेल में रक्षाबंधन का उत्सव: कुमाऊं कमिश्नर ने महिला बंदियों संग मनाया भाई-बहन का पर्व

हल्द्वानी जेल में रक्षाबंधन का उत्सव: कुमाऊं कमिश्नर ने महिला बंदियों संग मनाया भाई-बहन का पर्व

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कम शब्दों में कहें तो, इस वर्ष रक्षाबंधन का पर्व हल्द्वानी जेल में कुछ खास तरीके से मनाया गया। कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने अपनी टीम के साथ मिलकर महिला बंदियों के साथ इस भाई-बहन के रिश्ते का पर्व मनाया। यह आयोजन ना केवल एक उत्सव का हिस्सा था, बल्कि यह उन महिला बंदियों की आत्मनिर्भरता और विकास का भी प्रतीक था।

महिला बंदियों की आत्मनिर्भरता का अद्भुत प्रदर्शन

रक्षाबंधन के इस अवसर से पहले, कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने हल्द्वानी जेल का निरीक्षण किया। इस निरीक्षण के दौरान, उन्होंने देखा कि बंदियों ने पेंटिंग और कारपेंटरी जैसी कितनी महत्वपूर्ण कलाओं में महारत हासिल कर ली है। यह न केवल उनकी कला के प्रति प्रतिभा को उजागर करता है, बल्कि जेल के भीतर एक सकारात्मक और रचनात्मक वातावरण भी बनाता है। इस प्रकार की गतिविधियों ने बंदियों के आत्म-सम्मान एवं आत्म-निर्भरता की भावना को बढ़ावा दिया है, जिससे उनकी सामाजिक पहचान में भी सुधार होता है।

रक्षाबंधन की भावनाएँ और भाईचारे का प्रतीक

रक्षाबंधन के इस पावन पर्व पर, महिला बंदियों ने एक-दूसरे को राखी बांधकर अपने भाईयों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएँ व्यक्त की। कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने भी इस उपहार स्वरूप पर्व पर सभी बंदियों को बधाई दी और कहा कि यह पर्व भाई-बहन के प्यार और समर्थन का प्रतीक है। उन्होंने विशेष रूप से उन महिला बंदियों की सराहना की जो इस कठिन समय में अपनी पहचान बना रहीं हैं और समाज में योगदान दे रहीं हैं।

सशक्तिकरण की दिशा में एक कदम

इस कार्यक्रम का आयोजन ना केवल एक पर्व था, बल्कि यह महिला बंदियों के सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी था। कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत की इस पहल ने यह साबित कर दिया कि हमारे लिए सभी परिस्थितियों में नई शुरुआत संभव है। इस प्रकार के आयोजन समाज में एकता और सहानुभूति का संदेश फैलाते हैं, जिससे हम सभी को एकजुटता की भावना का एहसास होता है।

इस पर्व के दौरान उठाए गए कदमों से हमें यह सीख मिलती है कि हमें हमेशा दूसरों का साथ देना चाहिए, चाहे वे किसी भी परिस्थिति में हों। इस प्रकार के आयोजन समाज में स्थायी बदलाव लाने की दिशा में मदद करते हैं।

इस महत्वपूर्ण पर्व से जुड़ी तस्वीरें और विस्तृत जानकारी के लिए, कृपया हमारे वेबसाइट पर जाएं: pwcnews.com

सादर,
टीम पीडब्ल्यूसी न्यूज़

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