दिल्ली दंगे के आरोपी ताहिर हुसैन को नामांकन भरने के लिए हाई कोर्ट ने दी कस्टडी पैरोल, AIMIM ने दिया है टिकट

हाई कोर्ट ने कहा कि ताहिर हुसैन को आरोपों की प्रकृति और परिस्थितियों की समग्रता को ध्यान में रखते हुए नामांकन पत्र दाखिल करने के संबंध में औपचारिकताएं पूरी करने के लिए कस्टडी पैरोल दी जाती है।

Jan 14, 2025 - 22:53
 58  20.6k
दिल्ली दंगे के आरोपी ताहिर हुसैन को नामांकन भरने के लिए हाई कोर्ट ने दी कस्टडी पैरोल, AIMIM ने दिया है टिकट
दिल्ली दंगे के आरोपी ताहिर हुसैन को नामांकन भरने के लिए हाई कोर्ट ने दी कस्टडी पैरोल, AIMIM ने दिया है टिकट Keywords: ताहिर हुसैन, दिल्ली दंगे, हाई कोर्ट, कस्टडी पैरोल, AIMIM, नामांकन टिकट, स्थानीय चुनाव, राजनीतिक मुद्दे, अदालत का फैसला, भारतीय राजनीति

दिल्ली में हाल ही में हुए दंगों के आरोपी ताहिर हुसैन को एक महत्वपूर्ण राहत मिली है, जब दिल्ली हाई कोर्ट ने उन्हें कस्टडी पैरोल पर रिहा करने का आदेश दिया है। यह आदेश तब दिया गया जब हुसैन ने चुनाव में भाग लेने के लिए नामांकन भरने का अनुरोध किया। उनकी यह रिहाई कई राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन गई है, खासकर जब उन्हें ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) द्वारा चुनावी टिकट दिया गया है।

ताहिर हुसैन की राजनीतिक पृष्ठभूमि

ताहिर हुसैन एक प्रमुख राजनीतिक व्यक्ति हैं और उनके खिलाफ दंगों में शामिल होने के गंभीर आरोप हैं। पहले भी, उनकी गतिविधियों ने विवाद पैदा किया है, लेकिन इस बार वे चुनावी मंच पर अपनी वापसी के लिए तैयार हैं। AIMIM पार्टी ने उन्हें टिकट देने के साथ ही एक नई राजनीतिक दिशा में प्रवेश कर लिया है, जिससे उनकी स्थिति और भी महत्वपूर्ण हो गई है।

हाई कोर्ट का फैसला

दिल्ली हाई कोर्ट ने उन्हें कस्टडी पैरोल देना एक महत्वपूर्ण फैसला माना है। यह निर्णय ताहिर हुसैन की ओर से दायर याचिका पर आधारित है, जिसमें उन्होंने अपनी राजनीतिक गतिविधियों के लिए समय की मांग की थी। अदालत ने उनकी याचिका को मानते हुए उन्हें आवश्यक समय और स्थान प्रदान किया है ताकि वे अपनी जिम्मेदारियों को निभा सकें।

AIMIM का चुनावी टिकट

AIMIM ने ताहिर हुसैन को टिकट देकर अपने संभावित विधानसभा क्षेत्र में सामूहिकता बढ़ाने का निर्णय लिया है। यह कदम पार्टी के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह एक ऐसी स्थिति में उठाया गया है जब दिल्ली में राजनीतिक हलचल बढ़ रही है। हुसैन का टिकट मिलने से उनकी पार्टी को समर्थन की उम्मीदें बढ़ गई हैं।

भारत में राजनीतिक संदर्भ

यह मामला भारत में राजनीति और कानून के बीच की जटिलता को उजागर करता है। जहां एक ओर न्यायालय की स्वतंत्रता की बात की जाती है, वहीं दूसरी ओर यह सवाल भी उठता है कि ऐसे विवादित व्यक्तियों को राजनीतिक संरक्षण दिया जाना उचित है या नहीं।

इस फैसले के संभावित निहितार्थों और ताहिर हुसैन के आगामी चुनावी अभियान पर नजर रखना आवश्यक होगा। समाचार अपडेट के लिए, PWCNews.com पर जाएं।

News by PWCNews.com

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow