हाशिम मूसा के मारे जाने से पाकिस्तानी सेना और शहबाज शरीफ में मची हलचल

जम्मू-कश्मीर के दाचीगाम क्षेत्र में सोमवार को ऑपरेशन महादेव के तहत सुरक्षा बलों ने लश्कर-ए-तैयबा के खतरनाक आतंकी हाशिम मूसा उर्फ सुलेमान शाह को मार गिराया। यह वही आतंकी था जिसने पहलगाम में निर्दोष हिंदुओं की हत्या की थी। उसकी मौत से पाकिस्तान सरकार और सेना में खलबली मच गई है। छिपे ठिकाने में घेरा, […] The post मूसा के मारे जाने पर पाकिस्तानी सेना और शहबाज शरीफ में खलबली appeared first on Khabar Sansar News.

Jul 29, 2025 - 18:53
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हाशिम मूसा के मारे जाने से पाकिस्तानी सेना और शहबाज शरीफ में मची हलचल

हाशिम मूसा के मारे जाने से पाकिस्तानी सेना और शहबाज शरीफ में मची हलचल

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कम शब्दों में कहें तो, जम्मू-कश्मीर के दाचीगाम क्षेत्र में सुरक्षा बलों ने ऑपरेशन महादेव के दौरान लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी हाशिम मूसा को ढेर कर दिया, जिससे पाकिस्तान में हड़कंप मच गया है। मूसा वही आतंकवादी था जिसने निर्दोष हिंदुओं की हत्या की थी। उसकी मौत से केवल भारतीय सुरक्षा बल नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नजर भी इस घटना पर पड़ी है।

छिपे ठिकाने में घेराबंदी के बाद हुआ मुठभेड़

सूत्रों के अनुसार, हाशिम मूसा माउंट महादेव के पास स्थित एक छिपे ठिकाने में विश्राम कर रहा था, तभी संयुक्त भारतीय बलों ने उसे घेर लिया। इस मुठभेड़ में मूसा के साथ तीन अन्य आतंकियों को भी मार गिराया गया। बताया गया है कि मूसा पाकिस्तान की स्पेशल सर्विसेज ग्रुप (SSG) का एक पूर्व सैनिक था और उसने पारा-कमांडो स्तर का प्रशिक्षण लिया था।

इस मुठभेड़ की चिंताजनक बात यह थी कि मूसा को सुरक्षा बलों के आने के बारे में जानकारी थी, जिसका अर्थ है कि उसकी स्थिति तनावपूर्ण रही और उसे संभवतः अंदरूनी सूचना मिल रही थी। यह संकेत करता है कि आतंकवादी तंत्र में अभी भी कुछ दबंग लोग मौजूद हैं जो भारत में आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा देने में सक्रिय हैं।

भारत में घुसपैठ कर बनाया था आतंकवादी नेटवर्क

हाशिम मूसा ने पिछले साल कठुआ और सांबा सेक्टर के रास्ते भारत में घुसपैठ की थी। उसने राजौरी-पुंछ के क्षेत्रों में एक आतंकवादी नेटवर्क स्थापित किया था और स्थानीय सहयोगियों की सहायता से कई हमलों की योजना बनाई थी। इसकी गतिविधियों ने भारतीय सुरक्षा बलों के लिए चिंता का विषय बन कर रखा था। अब, उसकी मौत से उस नेटवर्क में कमी आने की उम्मीद की जा रही है।

पाकिस्तान से मिली सहायता के सबूत

हाशिम मूसा के पास से बरामद सामग्री में पाकिस्तानी वोटर ID, पैक में बनी वस्तुएं और उन्नत हथियार शामिल थे। यह स्पष्ट संकेत है कि पाकिस्तान सरकार और सेना द्वारा प्रशिक्षित आतंकियों को भारत के अंदर भेजा जा रहा है। यह देश के लिए गंभीर चिंताओं का विषय है, क्योंकि इससे अंतरराष्ट्रीय दृष्टिकोण में भी वृद्धि होगी। सवाल उठता है कि क्या पाकिस्तान अपनी आतंकवाद की नीति में कोई बदलाव करेगा या फिर पुरानी रणनीतियों पर लौटेगा।

आतंकवाद के खिलाफ एक महत्वपूर्ण जीत

मूसा की मौत भारत की आतंकवाद विरोधी नीति की एक बड़ा जीत है। हालांकि, पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद अभी भी एक चुनौती बना हुआ है। आवश्यक है कि भारतीय एजेंसियां अपनी खुफिया और तकनीकी क्षमताओं को मजबूत करें। इससे न केवल वर्तमान स्थिति में स्थिरता आएगी, बल्कि भविष्य की योजनाओं को भी सही दिशा में ले जाने में मदद मिलेगी।

इस पूरे घटनाक्रम ने सुरक्षा बलों की मेहनत और समर्पण को उजागर किया है। अब आगे की रणनीतियों को इस तरह से तैयार किया जाना चाहिए कि भारत की सीमाएं सुरक्षित रहें और आतंकवाद के खिलाफ की गई यह जीत स्थायी साबित हो सके।

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सादर,

Team PWC News - दीक्षा शर्मा

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