आंगनबाड़ी स्कूल में अपने बच्चे का दाखिला कराकर मिसाल कायम करने वाली IAS अधिकारी बनी पौड़ी गढ़वाल की जिलाधिकारी

 पौड़ी: उत्तराखंड सरकार ने गुरुवार की देर रात नौकरशाही में बड़े फेरबदल कर दिए। चार जिलों के जिलाधिकारियों समेत 31 आईएएस, एक आईएफएस, एक सचिवालय सेवा और 24 पीसीएस अफसरों के तबादले कर दिए। जारी आदेश के मुताबिक पौड़ी के जिलाधिकारी आशीष चौहान को अब यूकाडा का सीईओ, निदेशक खेल एवं युवा कल्याण की जिम्मेदारी […] The post आंगनबाड़ी स्कूल में अपने बच्चे का दाखिला कराकर मिसाल कायम करने वाली IAS अधिकारी बनी पौड़ी गढ़वाल की जिलाधिकारी appeared first on Devbhoomisamvad.com.

Jun 20, 2025 - 09:53
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आंगनबाड़ी स्कूल में अपने बच्चे का दाखिला कराकर मिसाल कायम करने वाली IAS अधिकारी बनी पौड़ी गढ़वाल की जिलाधिकारी

आंगनबाड़ी स्कूल में अपने बच्चे का दाखिला कराकर मिसाल कायम करने वाली IAS अधिकारी बनी पौड़ी गढ़वाल की जिलाधिकारी

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पौड़ी: उत्तराखंड सरकार ने हाल ही में नौकरशाही में बड़े फेरबदल किए हैं। इस फेरबदल में चार जिलों के जिलाधिकारियों समेत 31 आईएएस, एक आईएफएस, एक सचिवालय सेवा, और 24 पीसीएस अधिकारियों के तबादले शामिल हैं। पौड़ी के जिलाधिकारी आशीष चौहान को यूकाडा का सीईओ बनने का पद सौंपा गया है। उनकी जगह अब स्वाति एस भदौरिया पौड़ी की जिलाधिकारी बनी हैं।

स्वाति एस भदौरिया का परिचय

स्वाति एस भदौरिया का नाम प्रशासनिक सेवा में इस समय चर्चा में है। स्वाति को उनके सरलता और कर्तव्यनिष्ठा के लिए जाना जाता है। उन्होंने आंगनबाड़ी सेंटर में अपने बेटे का दाखिला कराकर एक मिसाल पेश की। उनके अनुसार, सरकारी विद्यालय की सेवाएं उपयोगी हैं और बच्चों को महंगे स्कूलों में भेजने की आवश्यकता नहीं है।

शिक्षा और करियर की यात्रा

स्वाति, जो उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले की निवासी हैं, ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा लिटिल फ्लॉवर स्कूल से प्राप्त की। उन्होंने लखनऊ के आईईटी से इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशंस इंजीनियरिंग में बीटेक (ऑनर्स) किया। उसके बाद उन्होंने भारतीय रिजर्व बैंक में काम किया। 2012 में आईएएस बनीं, और छतीसगढ़ कैडर से जुड़ गईं।

स्वाति धैर्य और साहस से अपने कार्यों का निर्वहन करती हैं। उनके पति, नितिन भदौरिया, भी 2011 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। स्वाति ने उत्तराखंड के कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है, जहाँ उन्होंने अपनी कार्यक्षमता का लोहा मनवाया है।

समाज के प्रति जागरूकता और योगदान

स्वाति ने चमोली जिले में डीएम रहते हुए कई प्रोजेक्ट शुरू किए जो जरूरतमंदों की आर्थिक स्थिति सुधारने में मदद कर रहे हैं। इनमें “बचपन” परियोजना शामिल है, जो बच्चों की प्रगति और पोषण पर केन्द्रित है। इसके अलावा, उन्होंने प्राथमिक विद्यालयों में स्मार्ट क्लासों की शुरुआत की है, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हुआ है।

पर्यटन और सांस्कृतिक विकास

स्वाति का दृष्टिकोण सिर्फ शिक्षा तक सीमित नहीं है, वे एडवेंचर टूरिज्म को बढ़ावा देने और नए पर्यटन स्थलों का विकास भी कर रही हैं। उनकी दूरदर्शिता और सकारात्मक ऊर्जा ने पौड़ी जनपद को विकास की एक नई दिशा दी है।

निष्कर्ष

स्वाति एस भदौरिया की कहानी न केवल प्रेरणादायक है, बल्कि यह हमें यह भी याद दिलाती है कि असली बदलाव तब होता है जब हम अपनी जिम्मेदारियों को समझते हैं। उनके कार्यों ने न केवल प्रशासनिक कुशलता को दर्शाया है, बल्कि यह भी दिखाया है कि कैसे सरलता और संवेदनशीलता के जरिए हम समाज में बदलाव ला सकते हैं। उनके प्रयासों से पौड़ी गढ़वाल को विकास की नई ऊंचाइयों पर ले जाने का मार्ग प्रशस्त होने की उम्मीद है।

रिपोर्ट टीम pwcnews द्वारा

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