'हर दिन तिरस्कार और दुश्मनी के लिए नए मुद्दे उठाना ठीक नहीं', पुणे में बोले RSS चीफ मोहन भागवत
RSS चीफ मोहन भागवत ने रोज मंदिर-मस्जिद विवाद को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि हर दिन तिरस्कार और दुश्मनी के लिए नए मुद्दे उठाना ठीक नहीं है, यह नहीं होना चाहिए।
हर दिन तिरस्कार और दुश्मनी के लिए नए मुद्दे उठाना ठीक नहीं
RSS चीफ मोहन भागवत का महत्वपूर्ण बयान
पुणे में हाल ही में एक कार्यक्रम के दौरान, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत ने समाज में बढ़ती तिरस्कार और दुश्मनी के मुद्दों पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि हर दिन नए विवाद उठाना समाज के लिए ठीक नहीं है। उनका यह बयान समाज में एकता और सद्भावना को प्रोत्साहित करने पर जोर देता है।
समाज में बढ़ती असहिष्णुता पर चिंता
भागवत ने अपने संबोधन में यह भी बताया कि असहिष्णुता की बढ़ती प्रवृत्ति हमारी सांस्कृतिक धरोहर के लिए खतरा हो सकती है। उन्होंने सभी को एकजुट होकर काम करने और सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाने की अपील की। उनका मानना है कि संवाद और सहिष्णुता के माध्यम से ही हम आपसी मतभेदों को दूर कर सकते हैं।
समाज को एकजुट होने का संदेश
इस तरह के बयानों से भागवत ने समाज के विभिन्न वर्गों को एकजुट होने का संदेश दिया। उन्होंने इस बात का सुझाव दिया कि हमें एक-दूसरे के प्रति सहानुभूति एवं समझदारी को बढ़ावा देना चाहिए। उनके शब्द समाज में सकारात्मक बदलाव के लिए एक महत्वपूर्ण कदम हो सकते हैं।
राष्ट्र की सुरक्षा और विकास
भागवत ने यह भी कहा कि केवल मुद्दों को उठाने से किसी समस्या का समाधान नहीं होता, बल्कि हमें सामूहिक प्रयास करने की आवश्यकता है ताकि राष्ट्र की सुरक्षा और विकास में योगदान दिया जा सके। इसी सोच को अपनाकर हम एक मजबूत एवं समृद्ध समाज का निर्माण कर सकते हैं।
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