कर्मचारी महासंघ के आंदोलन का एक साल, जबरदस्त अनुशासन और पर्यावरण संरक्षण की शानदार पहल
संयुक्त कर्मचारी महासंघ कुमाऊं गढ़वाल मंडल विकास निगम के प्रांतीय आवाहन पर नियमितीकरण नियमावली कट...

कर्मचारी महासंघ के आंदोलन का एक साल, जबरदस्त अनुशासन और पर्यावरण संरक्षण की शानदार पहल
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संयुक्त कर्मचारी महासंघ कुमाऊं गढ़वाल मंडल विकास निगम के प्रांतीय आवाहन पर नियमितीकरण नियमावली कट ऑफ डेट 2025 को लेकर चलाया गया अनूठा पौधारोपण आंदोलन आज 365 वें दिन भी जारी रहा। इस साहसिक प्रयास का नेतृत्व महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश गुरु रानी ने किया। यह आंदोलन न केवल कर्मचारियों के अधिकारों की रक्षा के लिए किया गया था, बल्कि पर्यावरण संरक्षण को भी महत्व दिया गया।
पौधारोपण आंदोलन की विशेषताएँ
कर्मचारी महासंघ द्वारा आयोजित इस पौधारोपण कार्यक्रम में पर्यटकों को भी शामिल किया गया। "देवभूमि में पर्यटक बनकर आईए, पौधारोपण कर पर्यावरण मित्र बनकर जाइए" इस स्लोगन के तहत पलेटा स्थित धूसाखान शिव मंदिर परिसर में विभिन्न प्रजातियों के पौधों का रोपण किया गया। इस दौरान उन पौधों की देखभाल भी की गई, जो पिछले वर्ष लगाए गए थे।
संगठन की उपलब्धियाँ
ऐसे कई पहलुओं के चलते इस आंदोलन को सहयोग मिला, जिससे यहाँ की स्थिति में सुधार होने की उम्मीद बंधी है। 3 जुलाई 2024 से शुरू हुआ यह आंदोलन अब तक सबसे लंबी अवधि का पौधारोपण कार्यक्रम बन चुका है। इस दौरान महासंघ द्वारा 55,000 पौधों का रोपण किया गया है, जो वास्तविकता में एक रिकॉर्ड है। इस उपलब्धि को मान्यता प्राप्त करते हुए संगठन का नाम इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में भी दर्ज किया गया है।
समस्याएँ और उनके समाधान
हालांकि, इस आंदोलन का मुख्य उद्देश्य कर्मचारियों का नियमितीकरण है। महासंघ के अध्यक्ष दिनेश गुरु रानी के अनुसार, "राज्य सरकार द्वारा नियमितीकरण का प्रस्ताव पहले ही पास किया जा चुका है, लेकिन नियमावली अब तक जारी नहीं की गई है।" इसके अलावा, उच्च न्यायालय ने भी इस संबंध में आदेश जारी किए हैं परंतु नियमितीकरण की प्रक्रिया अधर में है।
आने वाला समय
गुरु रानी ने कहा कि पौधारोपण आंदोलन जारी रहेगा और अन्य संगठनों से भी सहायता ली जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि शीघ्र ही महासंघ की बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें आगे की रणनीतियों पर चर्चा की जाएगी। यह आंदोलन न केवल कर्मचारियों की समस्याओं को उजागर कर रहा है, बल्कि पर्यावरण से जुड़ी जिम्मेदारियों को भी आगे बढ़ा रहा है।
निष्कर्ष
कर्मचारी महासंघ का यह आंदोलन कई दृष्टियों से महत्वपूर्ण है। यह न केवल कर्मचारियों के लिए उनकी आवाज को उठाने का माध्यम है, बल्कि एक समर्पित पर्यावरण संरक्षण की पहल भी है। इस एक वर्षीय यात्रा में, उन्होंने जो अनुशासन और संघर्ष दिखाया है, वह निस्संदेह प्रेरणादायक है। आने वाले समय में इस आंदोलन से होने वाले परिणामों का सभी को बेसब्री से इंतजार है।
इस प्रकार, महासंघ के सदस्यों ने एक वर्ष के दौरान जिस तरह से अनुशासन, सक्रियता और समर्पण का उदाहरण प्रस्तुत किया है, वह निश्चित रूप से जनता के बीच एक नई उम्मीद और जागरूकता का संचार करेगा।
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