उत्तराखंड: पौड़ी में गुलदार ने 4 साल की बच्ची को बनाया निवाला, स्थानीय लोगों में आक्रोश

पौड़ी: उत्तराखंड के पौड़ी जिले में एक दर्दनाक घटना सामने आई है। पोखड़ा ब्लॉक के श्रीकोट गांव में शुक्रवार रात करीब 8:30 बजे गुलदार ने 4 साल की बच्ची को अपना निवाला बना लिया। इस घटना के बाद से पूरे क्षेत्र में भारी आक्रोश है। स्थानीय लोगों का कहना है कि वन विभाग की लापरवाही […] The post दुःखद: पौड़ी गढ़वाल मे 4 साल की बच्ची को गुलदार ने बनाया निवाला appeared first on Devbhoomisamvad.com.

Sep 13, 2025 - 18:53
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उत्तराखंड: पौड़ी में गुलदार ने 4 साल की बच्ची को बनाया निवाला, स्थानीय लोगों में आक्रोश

उत्तराखंड: पौड़ी में गुलदार ने 4 साल की बच्ची को बनाया निवाला, स्थानीय लोगों में आक्रोश

कम शब्दों में कहें तो, पौड़ी जिले में एक 4 साल की बच्ची को गुलदार ने अपना निवाला बना लिया, जिससे स्थानीय लोग बेहद आक्रोशित हैं। यह घटना पोखड़ा ब्लॉक के श्रीकोट गांव में हुई है और इसके पीछे वन विभाग की लापरवाही की बात सामने आ रही है। Breaking News, Daily Updates & Exclusive Stories - PWC News

दर्दनाक घटना का विवरण

पौड़ी: शुक्रवार रात लगभग 8:30 बजे, पौड़ी जिले के पोखड़ा ब्लॉक में स्थित श्रीकोट गांव में हृदयविदारक घटना हुई। यहां एक गुलदार ने मात्र 4 साल की बच्ची को अपना निवाला बना लिया। जैसे ही यह घटना हुई, पूरे क्षेत्र में भारी आक्रोश फैल गया। स्थानीय लोग इस बात को लेकर चिंतित हैं कि वन विभाग की लापरवाही के कारण ऐसी घटनाएं घटित हो रही हैं।

लापरवाही और ग्रामीणों का गुस्सा

ग्रामीणों का आरोप है कि घटना के 12 घंटे बाद भी वन विभाग के अधिकारी घटनास्थल पर नहीं पहुंचे, जिसके कारण उनका गुस्सा बढ़ गया। कांग्रेस प्रदेश सचिव कवींद्र ईष्टवाल ने कहा कि उन्होंने तुरंत इस मामले की जानकारी वन मंत्री को दी, जिसके बाद डीएफओ को एक टीम के साथ भेजा गया। लेकिन, उन्हें आने में 12 घंटे का समय लग गया। ईष्टवाल ने चेतावनी दी है कि यदि नरभक्षी गुलदार को तुरंत गोली मारने का आदेश नहीं दिया गया, तो ग्रामीण अपनी सुरक्षा के लिए स्वयं बंदूकें उठाने पर मजबूर होंगे।

वन विभाग पर गंभीर सवाल

स्थानीय लोगों ने वन विभाग पर आरोप लगाते हुए कहा कि विभाग केवल मुआवजे देकर अपनी जिम्मेदारियों से भागता है। कई बार गुलदार दिखाई देने की शिकायतें करने के बावजूद वन विभाग के अधिकारी कहते हैं कि बड़ी घटना या मौत होने पर ही वे कोई कदम उठाएंगे। यह स्थिति ग्रामीणों के लिए बेहद चिंताजनक है।

ग्रामीणों की मांगें

जंगली जानवरों के बढ़ते आतंक से परेशान स्थानीय निवासियों ने वन विभाग से कुछ महत्वपूर्ण मांगें की हैं:

  • पेड़ों की कटाई: गांव के आसपास के अनावश्यक पेड़ों और झाड़ियों को तुरंत साफ किया जाए।
  • टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल: गुलदार को पकड़ने के लिए ट्रैंक्विलाइजर और पिंजरों का उपयोग करें।
  • सुरक्षित रास्ते: स्कूल जाने वाले बच्चों के रास्तों को साफ और सुरक्षित किया जाए।
  • फंडिंग: जंगली जानवरों से फसलों को बचाने के लिए उचित बजट आवंटित किया जाए, ताकि किसान अपनी फसलों की सुरक्षा के लिए बाड़ लगा सकें।

संभावित आंदोलन की चेतावनी

ग्रामीणों का कहना है कि यदि वन विभाग ने जल्द ठोस कार्रवाई नहीं की, तो वे बड़े पैमाने पर आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे। यह स्थिति न केवल बच्चों की सुरक्षा के लिए, बल्कि समूचे गांव के लिए खतरा उत्पन्न कर रही है।

वन विभाग को चाहिए कि वह इस गंभीर मुद्दे को ध्यान में रखते हुए उचित कदम उठाए और स्थानीय निवासियों की चिंताओं का समाधान करें। यदि समय पर कदम नहीं उठाए गए, तो इस प्रकार की घटनाएं फिर से कहीं और घटित हो सकती हैं।

हम सभी को एकजुट होकर इस विषय में आवाज उठानी होगी ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। For more updates, visit PWC News.

सादर, टीम PWC News | सुमिता देवी

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