चम्पावत : मानसून अवधि में आपदा प्रबंधन को सभी अधिकारियों की अनिवार्य उपस्थिति सुनिश्चित करें: अपर जिलाधिकारी
चम्पावत। जनपद में मानसून सत्र के दौरान संभावित आपदाओं के दृष्टिगत सतर्कता एवं त्वरित आपदा प्रबंधन को सभी तहसीलों एवं
चम्पावत: मानसून अवधि में आपदा प्रबंधन को सभी अधिकारियों की अनिवार्य उपस्थिति सुनिश्चित करें: अपर जिलाधिकारी
चम्पावत। जनपद में मानसून सत्र के दौरान संभावित आपदाओं के दृष्टिगत सतर्कता एवं त्वरित आपदा प्रबंधन को सभी तहसीलों एवं विकासखण्डों में कार्यरत राजस्व निरीक्षक, राजस्व उपनिरीक्षक, ग्राम विकास अधिकारी तथा ग्राम पंचायत विकास अधिकारियों को अपने-अपने कार्यक्षेत्र अथवा मुख्यालय पर अनिवार्य रूप से उपस्थित रहने के निर्देश दिए गए हैं। इस संबंध में जानकारी देते हुए अपर जिलाधिकारी जयवर्धन शर्मा ने बताया कि इस बार के मानसून में मौसम विभाग ने भारी वर्षा की आशंका जताई है, जिससे बाढ़ एवं Landslide जैसी आपदाओं का खतरा बढ़ गया है।
आपदा प्रबंधन की आवश्यकता
अपर जिलाधिकारी ने उल्लेख किया कि मानसून अवधि के दौरान सभी अधिकारी अपनी गतिविधियों को नजर में रखें और संभावित आपदाओं के लिए पहले से तैयार रहें। उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों से अपील की कि वे अपने कार्यक्षेत्र में दिए गए निर्देशों का पालन करें ताकि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई संभव हो सके। “हमारी प्राथमिकता लोगों की सुरक्षा है,” शर्मा ने कहा।
सतर्कता और तैयारी
जयवर्धन शर्मा ने कहा कि प्रत्येक विकास खंड में आपदा प्रबंधन टीमों का गठन किया जाएगा, जो क्षेत्र की स्थिति की निगरानी करेंगी। इसके अलावा, साथ ही साथ सभी अधिकारियों को उन क्षेत्रों की पहचान करने के लिए भी कहा गया है, जहां आपदा का खतरा सबसे अधिक है। यह कदम समय पर कार्रवाई करने और स्थानीय जनसंख्या की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
सामुदायिक भागीदारी
अराजीव जिलाधिकारी ने यह भी प्रस्तावित किया कि स्थानीय समुदायों को आपदा प्रबंधन योजनाओं में शामिल किया जाए। इससे न केवल सरकारी अधिकारियों की जिम्मेदारी को साझा किया जाएगा, बल्कि स्थानीय लोगों की जागरूकता भी बढ़ेगी। अच्छे नेटवर्किंग के माध्यम से, सरकार और जनप्रतिनिधियों को मिलकर कार्य करना होगा ताकि आपदा संकट के समय में स्थानीय लोगों की मदद की जा सके।
निष्कर्ष
इस प्रकार, मानसून के दौरान संभावित आपदाओं से निपटने के लिए सभी अधिकारियों की अनिवार्य उपस्थिति सुनिश्चित करने के निर्देश अपर जिलाधिकारी द्वारा दिए गए हैं। यह स्पष्ट है कि सभी संबंधित व्यक्तियों की भूमिका महत्वपूर्ण है और पूरे जनपद को आपदा के समय सुरक्षित रखने के लिए सतर्क रहना आवश्यक है। सुरक्षा के इस प्रयास के साथ, आगामी मानसून सत्र में जनपद चम्पावत का आपदा प्रबंधन अधिक प्रभावी और सफल होगा।
इस जानकारी के साथ, हम नागरिकों को भी सलाह देते हैं कि वे मौसम पूर्वानुमान पर ध्यान दें और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत अधिकारियों को सूचित करें। हमें उम्मीद है कि सभी अधिकारी अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए जनसुरक्षा सुनिश्चित करेंगे।
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