मर गई मानवता, शर्मसार हुई मां की ममता, नवजात को बोरे में बंद कर फेंक दिया कचरे के ढेर में
संबलपुर जिले के कुचिंडा में एक बोरे में बंद नवजात का शव मिला। शक जताया जा रहा है कि किसी दंपत्ति ने नवजात को फेंक दिया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
मर गई मानवता, शर्मसार हुई मां की ममता, नवजात को बोरे में बंद कर फेंक दिया कचरे के ढेर में
समाज में बढ़ती मानवता की कमी के मामले दिन-ब-दिन चिंता का विषय बनते जा रहे हैं। हाल ही में एक shocking घटना सामने आई है, जहाँ एक नवजात शिशु को बोरे में बंद कर कचरे के ढेर में फेंक दिया गया। यह घटना मानवता को शर्मसार करने वाली है और हमें सोचने पर मजबूर कर रही है कि क्या सच में हम अपने मूलभूत मूल्यों को भूलते जा रहे हैं।
नवजात की स्थिति
जब इस नवजात को कचरे में पाया गया, तो उसकी हालत बेहद खराब थी। स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचित किया, और शिशु को अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टर्स ने बताया कि नवजात बच्चा बहुत कमजोर था लेकिन उसकी जान बचा ली गई। इस घटना ने न केवल अस्पताल के कर्मचारियों को बल्कि पूरे समाज को झटका दिया है।
मानवता की गिरावट
इस प्रकार की घटनाएँ यह दर्शाती हैं कि हमारी मानवता में कितनी गिरावट आ चुकी है। एक मां का अपने नवजात शिशु के प्रति ऐसा व्यवहार सिर्फ चिंता का विषय नहीं, बल्कि सोचने का भी है कि आखिरकार हमारी संस्कृति में इस प्रकार की कमी क्यों हो रही है।
समुदाय की जिम्मेदारी
इस घटना ने समाज में जागरूकता फैलाने की भी ज़रूरत सुनिश्चित की है। हमें एकजुट होकर ऐसे मामलों पर ध्यान देना चाहिए और सभी को सिखाना चाहिए कि जीवन का हर पल मूल्यवान है। इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए हमें अपने मूल्यों को पुन: स्थापित करने की आवश्यकता है।
यदि हम अपनी मातृत्व सामाजिक जिम्मेदारियों को निभाने में असफल होते हैं, तो इसका परिणाम समाज पर बहुत बुरा पड़ेगा।
निष्कर्ष
नवजात शिशु के साथ हुई यह घटना न केवल एक मां की ममता की विफलता है, बल्कि यह हमारी समाज की भी है। हम सभी को इस घटना से सीख लेना चाहिए और आगे आकर ऐसे मामलों में मददगार बनना चाहिए।
समाज से जुड़कर हम इस प्रकार की घटनाओं को रोक सकते हैं और अपने मूल्यों को फिर से वापस ला सकते हैं।
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