सशक्त समाज का निर्माण: स्वैच्छिक प्रयासों से मिलती है सफलता - बंशीधर तिवारी
देहरादून में स्वास्थ्य संवाद व विशाल स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन देहरादून: मोथरोवाला स्थित अमोलाज रेस्टोरेंट में ‘विचार एक नई सोच’ सामाजिक संगठन और 17 सहयोगी संस्थाओं द्वारा आयोजित स्वास्थ्य संवाद व स्वैच्छिक रक्तदान शिविर में समाजसेवा की मिसाल पेश हुई। खराब मौसम के बावजूद बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया और कुल 216 […] The post स्वैच्छिक प्रयासों से बनता है सशक्त समाज: बंशीधर तिवारी appeared first on Devbhoomisamvad.com.

सशक्त समाज का निर्माण: स्वैच्छिक प्रयासों से मिलती है सफलता - बंशीधर तिवारी
देहरादून: मोथरोवाला स्थित अमोलाज रेस्टोरेंट में ‘विचार एक नई सोच’ सामाजिक संगठन और 17 सहयोगी संस्थाओं द्वारा आयोजित स्वास्थ्य संवाद व स्वैच्छिक रक्तदान शिविर ने समाजसेवा की नई मिसाल पेश की है। खराब मौसम के बावजूद बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया, जिसमें कुल 216 यूनिट रक्तदान हुआ। यह आयोजन सच में यह दर्शाता है कि एक संगठित एवं सामूहिक प्रयास से बड़े परिवर्तन संभव हैं।
कम शब्दों में कहें तो, समाज की बेहतरी के लिए व्यक्तिगत और सामूहिक पहल अत्यंत आवश्यक हैं। ऐसे आयोजनों के माध्यम से हम समाज सेवा में सक्रियता बढ़ा सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए, यहाँ क्लिक करें।
स्वैच्छिक प्रयासों का महत्व
मुख्य अतिथि विधायक रायपुर उमेश शर्मा काउ ने शिविर की सराहना करते हुए कहा, "रक्तदान जीवनदान है। हमें समय-समय पर रक्तदान करने के प्रयास में जुटे रहना चाहिए, ताकि जरूरतमंदों को तुरंत रक्त मिल सके। समाज की भलाई के लिए ऐसे आयोजनों को प्रोत्साहित करना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है।"
अति विशिष्ट अतिथि अपर सचिव मुख्यमंत्री, महानिदेशक सूचना एवं लोक संपर्क विभाग बंशीधर तिवारी ने इस अवसर पर कहा, "यह देखना प्रेरणादायक है कि युवा रक्तदान के लिए उत्साह के साथ आगे आ रहे हैं। यह साबित करता है कि नई पीढ़ी सामाजिक सरोकारों के प्रति जागरूक है। ऐसे आयोजन समाज में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करते हैं।"
स्वास्थ्य सेवा का योगदान
कार्यक्रम में निदेशक चिकित्सा शिक्षा डॉ. आशुतोष सयाना ने कहा, "स्वैच्छिक रक्तदान जरूरतमंद मरीजों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इसे लेकर जागरूकता फैलानी होगी।" इसके साथ ही अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भी समाज में स्थायी और सकारात्मक परिवर्तन लाने का संकल्प लिया।
सम्मानित व्यक्तियों की सूची
इस शिविर में स्वास्थ्य और सामाजिक क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने के लिए 21 व्यक्तियों को सम्मानित किया गया, जिनमें अर्जुन सिंह बिष्ट, अनिल सती, सुरेश भट्ट आदि शामिल थे। यह सम्मान उन लोगों के लिए एक प्रोत्साहन है जो समाज सेवा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
सामूहिक प्रयासों की शक्ति
इस आयोजन में शामिल विभिन्न संस्थाओं की सहभागिता ने यह सिद्ध कर दिया है कि जब हम मिलकर काम करते हैं, तो कोई भी लक्ष्य बहुत कठिन नहीं होता। कार्यक्रम की प्रमुख सहयोगी संस्था पीआरएसआई देहरादून चैप्टर के अध्यक्ष रवि बिजारनियां ने कहा, "हम सभी को मिलकर इस प्रकार के प्रयासों में भाग लेना चाहिए।"
सत्तासेवी और नागरिक जिम्मेदारी
भूपेन्द्र कंडारी, अध्यक्ष उत्तरांचल प्रेस क्लब ने मीडिया की भूमिका पर जोर देते हुए कहा कि हमें इन कार्यों को प्रचारित करने में मदद करनी चाहिए। "हमारी जिम्मेदारी केवल सूचनाएं देना नहीं, बल्कि समाज को सशक्त बनाना भी है," उन्होंने कहा।
निष्कर्ष
कुल मिलाकर, इस प्रकार के आयोजनों से यह स्पष्ट होता है कि स्वैच्छिक प्रयासों से ही समाज का सशक्तीकरण संभव है। समाज में स्थायी परिवर्तन लाने के लिए हर एक व्यक्ति को अपनी भूमिका निभानी होगी। हमने देखा कि किस प्रकार एक समुदाय ने संकट के समय एक-दूसरे का साथ दिया।
समाज सेवा और स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए इस प्रकार के कार्यक्रम आदर्श उदाहरण बन सकते हैं, जिन्हें हमें भविष्य में निरंतर जारी रखना चाहिए।
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Written by Team PWC News
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