Live: 'ये न समझें कि भारत का संविधान दुनिया के संविधान की नकल है', राज्यसभा में बोले गृह मंत्री अमित शाह
अमित शाह ने कहा कि ये न समझे की भारत का संविधान दुनिया के संविधान की नकल है। हां हमने हर संविधान का अभ्यास किया है।
राज्यसभा में बोले गृह मंत्री अमित शाह: 'ये न समझें कि भारत का संविधान दुनिया के संविधान की नकल है'
News by PWCNews.com
भारत का संविधान एक अद्वितीय दस्तावेज
गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में अपने बयान में स्पष्ट किया कि भारत का संविधान केवल अन्य देशों के संविधानों की नकल नहीं है। उन्होंने कहा कि हमारे संविधान की जड़ों में भारतीय संस्कृति, इतिहास और विविधता की गहराई है। अमित शाह ने यह भी बताया कि भारत का संविधान न केवल एक कानूनी दस्तावेज है, बल्कि यह एक समग्रता और एकता की भावना को दर्शाता है।
संविधान की विशेषताएं
शाह ने संविधान की कुछ अद्वितीय विशेषताओं का उल्लेख किया, जिसमें इसकी व्यापकता और विविधता शामिल हैं। भारत का संविधान दुनिया का सबसे लंबा लिखित संविधान है, जो भारतीय नागरिकों के मौलिक अधिकारों और कर्तव्यों को संभालता है। यह आकार में बड़ा होने के बावजूद सरल और स्पष्ट भाषा में लिखा गया है, ताकि हर नागरिक इसे समझ सके।
आधुनिक चुनौतियों का सामना
गृह मंत्री ने संविधान की प्रासंगिकता को भी रेखांकित किया, जो आज की जटिल और बदलती दुनिया में महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि संविधान ने न केवल भारत को एक लोकतांत्रिक राष्ट्र बनाया, बल्कि यह हमारे सामाजिक और आर्थिक विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अमित शाह ने यह भी बताया कि हमें संविधान के प्रति सम्मान और उसकी रक्षा करने की आवश्यकता है।
निष्कर्ष
अमित शाह का यह बयान संविधान की असाधारणता और इसके महत्व को उजागर करता है। उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि सभी नागरिकों को संविधान के मूल्य और उपयोगिता को समझना अत्यंत आवश्यक है। इस प्रकार, भारत का संविधान केवल नकल नहीं है, बल्कि यह एक विचारधारा, एक दर्शन और एक इतिहास का प्रतिनिधित्व करता है।
भारत के संविधान की विशेषताएं और इसकी स्थिरता हमारे समाज में महत्वपूर्ण हैं, और हमें इसे बनाए रखने के लिए प्रयत्नशील रहना चाहिए।
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