आपदा प्रभावित लोगों को देख सीएम धामी ने रुकवाया काफिला, प्रोटोकॉल तोड़ जनता के बीच पहुंचे, सुनी समस्याएं, हर संभव सहायता का दिया आश्वासन
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज थराली में आपदा प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण किया एवं आपदा प्रभावित लोगों से भी मिले। इस दौरान थराली में आपदा प्रभावित कुछ ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जी से आग्रह किया कि वे ऊपर के गांवों का भी जल्द से जल्द रास्ता खुलवा दें। मुख्यमंत्री ने […] The post आपदा प्रभावित लोगों को देख सीएम धामी ने रुकवाया काफिला, प्रोटोकॉल तोड़ जनता के बीच पहुंचे, सुनी समस्याएं, हर संभव सहायता का दिया आश्वासन appeared first on Devbhoomisamvad.com.

आपदा प्रभावित लोगों को देख सीएम धामी ने रुकवाया काफिला, प्रोटोकॉल तोड़ जनता के बीच पहुंचे, सुनी समस्याएं, हर संभव सहायता का दिया आश्वासन
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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज थराली में आपदा प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण किया और आपदा प्रभावित लोगों से भी मिले। इस दौरान थराली में आपदा प्रभावित कुछ ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जी से आग्रह किया कि वे ऊपर के गांवों का भी जल्द से जल्द रास्ता खुलवा दें। यह घटना न केवल क्षेत्र के लोगों के लिए एक उम्मीद की किरण है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि सरकार अपनी जिम्मेदारियों को किस तरह से निभा रही है।
स्थलीय निरीक्षण के दौरान की गई कार्रवाई
सीएम धामी ने इस अवसर पर स्पष्ट किया कि वह लॉकडाउन प्रोटोकॉल को तोड़ कर जनता के बीच पहुंचे और उनकी समस्याओं को सुना। ग्रामीणों ने इससे पहले अपनी कई समस्याओं को साझा किया, जिसमें सड़क संपर्क की कमी सबसे प्रमुख थी। मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि रास्ता खुलाने का कार्य युद्धस्तर पर जारी है और जैसे ही मार्ग सुरक्षित होगा, वे स्वयं वहां गांववासियों के साथ जाकर हालात का जायजा लेंगे।
सरकार का संकल्प
मुख्यमंत्री धामी की यह पहल उन लोगों के प्रति संवेदनशीलता को दर्शाती है जो प्राकृतिक आपदा के कारण प्रभावित हुए हैं। उन्होंने कहा, "उत्तराखण्ड सरकार हर पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है और प्रभावित गांवों तक राहत और सहायता पहुँचाने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं।" इससे यह स्पष्ट होता है कि सरकार इस संकट काल में अपने नागरिकों को न केवल सामाजिक सुरक्षा प्रदान करना चाहती है, बल्कि उन्हें विश्वास भी दिलाना चाहती है कि वे अकेले नहीं हैं।
धामी का पिछला अनुभव
विदित है कि मुख्यमंत्री इसी तरह धराली आपदा के समय लगातार तीन दिन तक प्रभावित क्षेत्र में डटे रहे और हर राहत एवं बचाव कार्य की खुद मॉनिटरिंग की। उनकी यह प्रतिबद्धता दिखाती है कि वे केवल एक नेता नहीं, बल्कि एक साथी के रूप में भी जनता के साथ खड़े हैं। उनकी सक्रियता और तत्परता ने लोगों को नई उम्मीद दी है और यह बताया है कि जब जरूरत पड़ती है, तो सरकार हमेशा साथ रहती है।
निष्कर्ष
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की हालिया यात्रा ने यह साबित कर दिया कि सरकार आपदा प्रभावित लोगों की मदद के लिए खुद पहुंचने को तैयार है। उनके प्रयासों से न सिर्फ प्रभावित लोगों को राहत मिलेगी, बल्कि उन्हें उचित सहायता प्राप्त हो सकेगी। यह वक्त आ गया है जब सरकार को अपनी प्रतिक्रिया से प्रज्वलित करना चाहिए ताकि प्रभावित क्षेत्रों तक राहत जल्द से जल्द पहुँच सके।
सीएम धामी की यह यात्रा केवल एक कार्य नहीं, बल्कि एक संवेदनशीलता का प्रतीक है, जो हमें बताती है कि जब हम एकजुट होते हैं, तो हमें हर चुनौती का सामना करने में सफलता मिलती है।
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