कुमायूँ परिक्षेत्र में मादक पदार्थों का ऐतिहासिक निस्तारण कार्यवाही
हल्द्वानी ख़बर संसार. कुमायूँ परिक्षेत्र में मादक पदार्थों की सबसे बड़ी निस्तारण कार्यवाही. जी हा कुमायूँ परिक्षेत्र में मादक पदार्थों के विरुद्ध अब तक की सबसे व्यापक और संगठित कार्यवाही को अंजाम देते हुए *पुलिस महानिरीक्षक कुमायूँ श्रीमती रिद्धिम अग्रवाल के नेतृत्व में एक ऐतिहासिक उपलब्धि दर्ज की गई है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के […] The post कुमायूँ परिक्षेत्र में मादक पदार्थों की सबसे बड़ी निस्तारण कार्यवाही appeared first on Khabar Sansar News.

कुमायूँ परिक्षेत्र में मादक पदार्थों का ऐतिहासिक निस्तारण कार्यवाही
Breaking News, Daily Updates & Exclusive Stories - PWC News
कम शब्दों में कहें तो कुमायूँ परिक्षेत्र में मादक पदार्थों के खिलाफ की गई यह कार्यवाही एक महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक उपलब्धि है। पुलिस महानिरीक्षक कुमायूँ श्रीमती रिद्धिम अग्रवाल के नेतृत्व में पुलिस ने अब तक की सबसे बड़े स्तर की निस्तारण कार्यवाही का सफलतापूर्वक संचालन किया है। इस प्रयास से उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के “ड्रग्स फ्री उत्तराखण्ड” अभियान को और मजबूती हासिल हुई है।
914.91 किलोग्राम मादक पदार्थों का सफल निस्तारण
इस विशेष अभियान के दौरान, कुमायूँ क्षेत्र के सभी जनपदों से 324 अभियोगों के अंतर्गत जब्त कुल 914.91 किलोग्राम मादक पदार्थों का निस्तारण किया गया। यह निस्तारण कार्य औषधि व्ययन समिति द्वारा वैज्ञानिक तथा विधिसम्मत ढंग से किया गया, जिसमें ग्लोबल इनवायरमेंटल साल्यूशन के सहयोग से दहन विधि का उपयोग किया गया। यह कार्यवाही 26 जून को अंतरराष्ट्रीय नशा निषेध दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित की गई, जिससे समाज में नशे के खिलाफ जागरूकता को बढ़ावा दिया जा सके।
पिछले वर्षों की तुलना में रिकॉर्ड तोड़ कार्रवाई
विशेष रूप से, यह निस्तारण पिछले वर्षों की तुलना में अब तक का सर्वाधिक है। 2022 में 53 अभियोगों में 292 किलोग्राम, 2023 में 134 अभियोगों में 719 किलोग्राम और 2024 में 77 अभियोगों में मात्र 57.699 किलोग्राम मादक पदार्थों का निस्तारण किया गया था। इसके विपरीत, 2025 में 324 अभियोगों से जब्त 914.91 किलोग्राम का निस्तारण दर्शाता है कि कुमायूँ पुलिस ने नशे के खिलाफ संघर्ष में विशेष सख्ती, समन्वय और प्रतिबद्धता दिखाई है।
समन्वित प्रयास और न्यायिक प्रक्रिया की गंभीरता
आई.जी. कुमायूँ श्रीमती रिद्धिम अग्रवाल की व्यक्तिगत रुचि और निरंतर फॉलोअप ने इस समन्वित प्रयास की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि न्यायालयों से स्वीकृत मामलों में जब्त मादक पदार्थुप्रति आवश्यक प्रक्रियाएँ शीघ्रता से पूरी की जाएं ताकि वे अनावश्यक रूप से लंबित न रहें। इस अभियान के अंतर्गत पुराने अभियोगों में वर्षों से लंबित मादक पदार्थों को भी निस्तारित किया गया, यह प्रदर्शन न्यायिक प्रक्रिया की गंभीरता और संवेदनशीलता को दर्शाता है।
समाज की नैतिक प्रतिबद्धता
आई.जी. ने निस्तारण की प्रक्रिया को शीघ्र, पारदर्शी और विधिसम्मत बनाने के लिए अपने अधिकारियों को निर्देशित किया। इससे न केवल पुलिस मालखानों पर बोझ कम होगा, बल्कि न्यायिक प्रक्रिया में भी तेजी और स्पष्टता आएगी। यह अभियान पर्यावरणीय मानकों के अनुरूप था, और यह पुलिस की नैतिक प्रतिबद्धता और जनहित के संरक्षण की दिशा में एक मील का पत्थर साबित हुआ है।
इस प्रकार, कुमायूँ परिक्षेत्र में मादक पदार्थों का निस्तारण कार्यवाही दर्शाता है कि पुलिस नशे के खिलाफ गंभीरता से कार्य कर रही है। इससे स्पष्ट होता है कि ऐसे अभियानों को जारी रखना न केवल आवश्यक है, बल्कि सही दिशा में उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है।
आगे की जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करें: pwcnews.com
Keywords:
drug disposal, Kumaon region, drug free campaign, Riddhim Agrawal, environmental standards, Uttarakhand police, drug awareness, legal process, narcotics disposal, public health initiativeWhat's Your Reaction?






