चम्पावत: जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री के निर्देश पर सीमांत गांवों की समस्याएं सुनने के लिए 10 किमी पैदल यात्रा की

जिलाधिकारी 10 किमी पैदल चलकर पहुंचे बकोड़ा, सीमांत गांवों की की समस्याएं सुनीं, जल्द होगा सड़क निर्माण चम्पावत। मुख्यमंत्री पुष्कर

Sep 22, 2025 - 09:53
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चम्पावत: जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री के निर्देश पर सीमांत गांवों की समस्याएं सुनने के लिए 10 किमी पैदल यात्रा की

चम्पावत: जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री के निर्देश पर सीमांत गांवों की समस्याएं सुनने के लिए 10 किमी पैदल यात्रा की

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कम शब्दों में कहें तो, चम्पावत जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों का पालन करते हुए सीमांत गांवों की समस्याओं को सुनने के लिए 10 किमी पैदल यात्रा की।

चम्पावत के जिलाधिकारी मनीष कुमार ने शनिवार को मंच क्षेत्र के सबसे दूरस्थ गांव बकोड़ा में पहुँचकर वहाँ के निवासियों की समस्याओं को सुना। यह यात्रा मुख्यमंत्री के आदेश के तहत सीमावर्ती और दूरस्थ क्षेत्रों की समस्याओं को जमीनी स्तर पर जानने तथा उनके त्वरित समाधान के उद्देश्य से की गई।

जिलाधिकारी की पहल

जिलाधिकारी मनीष कुमार ने बताया कि उनकी यह पहल न केवल स्थानीय नागरिकों की समस्याओं को सुनने के लिए है, बल्कि यह यह सुनिश्चित कराने के लिए भी है कि जो समस्याएं वर्षों से अनसुनी रह गई हैं, उन्हें प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने इस यात्रा के दौरान बकोड़ा गांव में लोगों से सीधा संवाद किया और उनकी आवश्यकताओं को समझा।

समस्याओं का समाधान

स्थानीय निवासी सड़क निर्माण की समस्या को लेकर काफी चिंतित थे। जिलाधिकारी ने आश्वासन दिया कि जल्द ही सड़क निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। यह सड़क निर्माण गाँव और आसपास के क्षेत्रों को बेहतर तरीके से जोड़ने में मदद करेगा, जिससे लोगों की आवागमन संबंधी समस्याओं का समाधान होगा।

मुख्यमंत्री का योगदान

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी इस पह initiative का समर्थन किया है। उन्होंने कहा है कि राज्य सरकार सीमांत गांवों में रह रहे लोगों की समस्याओं को प्राथमिकता देगी और उन्हें समाधान प्रदान करने के लिए हर संभव प्रयास करेगी।

इस तरह की पहलों से स्थानीय लोगों में आशा का संचार होता है और शासन प्रशासन के प्रति विश्वास बढ़ता है। जिलाधिकारी मनीष कुमार द्वारा की गई यह यात्रा इस बात का प्रत्यक्ष प्रमाण है कि प्रशासनिक स्तर पर ग्रामीणों की समस्याओं को ध्यान में रखा जा रहा है।

निष्कर्ष

इस प्रकार, चम्पावत की यह घटना यह दर्शाती है कि प्रशासन ने ग्रामीण विकास के लिए क्या कदम उठाए हैं और कैसे दूरदराज के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की समस्याओं को जब प्राथमिकता दी जाती है, तो उनके जीवन में सुधार हो सकता है। जिलाधिकारी ने अपनी इस पहल से दर्शाया है कि वे ग्रामीणों की भलाई के लिए प्रतिबद्ध हैं।

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सादर, टीम PWC न्यूज़

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