चम्पावत: प्रधानाध्यापक नरेश चंद्र जोशी को मिला शैलेश मटियानी राज्य शैक्षिक पुरस्कार
अमित जोशी बिट्टू/टनकपुर। 5 सितंबर शिक्षक दिवस के उपलक्ष्य में राजभवन देहरादून में आयोजित समारोह में राज्यपाल ले०ज० (सेवानिवृत्त) गुरुमीत

चम्पावत: प्रधानाध्यापक नरेश चंद्र जोशी को मिला शैलेश मटियानी राज्य शैक्षिक पुरस्कार
Breaking News, Daily Updates & Exclusive Stories - PWC News
कम शब्दों में कहें तो, चम्पावत के प्रधानाध्यापक नरेश चंद्र जोशी को शिक्षक दिवस के दिन, 5 सितंबर को राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय पासम, लोहाघाट में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया गया।
राजकीय समारोह में प्रदान किया गया पुरस्कार
टनकपुर से अमित जोशी की रिपोर्ट के अनुसार, यह पुरस्कार उत्तराखंड के राजभवन, देहरादून में आयोजित एक समारोह में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरुमीत सिंह, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत और अन्य विभागीय अधिकारियों की उपस्थिति में प्रदान किया गया।
शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता का प्रतीक
प्रधानाध्यापक नरेश चंद्र जोशी ने लोहाघाट में शिक्षा के क्षेत्र में अपने कार्यों के लिए यह पुरस्कार प्राप्त किया। उन्होंने अपने छात्रों के लिए न केवल उत्कृष्ट शिक्षा का प्रबंध किया, बल्कि उन्हें हर संकटकाल में मार्गदर्शन और प्रेरणा भी दी। यह पुरस्कार न केवल उनके व्यक्तिगत प्रयासों का सम्मान है, बल्कि यह पूरे स्कूल और समुदाय के लिए एक प्रेरणा का स्रोत भी है।
शिक्षा में नवाचार और प्रगति
नरेश चंद्र जोशी ने पिछले कुछ वर्षों में विद्यालय में कई नवाचार और शिक्षण विधियों का उपयोग किया। उन्होंने बच्चों की रुचियों और क्षमताओं के अनुसार शिक्षण का तरीका अपनाया, जिससे छात्रों की शिक्षा में सुधार हुआ है। विभिन्न सामुदायिक गतिविधियों में भी उनकी भागीदारी ने शिक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
शिक्षक दिवस के अवसर पर पुरस्कार वितरण
शिक्षक दिवस के इस अवसर पर उन्हें सम्मानित करना इस बात का परिचायक है कि शिक्षा के क्षेत्र में नरेश चंद्र जोशी जैसे शिक्षकों की कितनी आवश्यकता है। हर शिक्षक को उसके प्रयासों के लिए मान्यता मिलनी चाहिए, ताकि वह अपने कार्य में और अधिक प्रेरित हो सके।
समापन टिप्पणी
यह पुरस्कार नरेश चंद्र जोशी की उपलब्धियों का मात्र एक प्रतीक है। उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में जो उत्कृष्ट कार्य किया है, वह सभी शिक्षकों के लिए प्रेरणा स्रोत बन सकता है। इस प्रकार के पुरस्कारों से न केवल शिक्षकों का मनोबल बढ़ता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि समाज में शिक्षा का क्या महत्व है।
अधिक जानकारी और नवीनतम अपडेट के लिए, कृपया हमारी वेबसाइट पर जाएं: PWC News.
सादर,
टीम PWC News
What's Your Reaction?






