नैनीताल में यशपाल आर्य के साथ बदसलूकी पर कांग्रेस का विरोध, धामी सरकार का पुतला जलाया

नैनीताल में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य के साथ हुई घटना से नाराज कांग्रेस अनुसूचित जाति...

Aug 16, 2025 - 18:53
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नैनीताल में यशपाल आर्य के साथ बदसलूकी पर कांग्रेस का विरोध, धामी सरकार का पुतला जलाया

नैनीताल में यशपाल आर्य समेत विधायकों के साथ हुई बदसलूकी पर भड़की कांग्रेस, धामी सरकार का पुतला जलाकर जताई नाराजगी

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कम शब्दों में कहें तो नैनीताल में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य के साथ बदसलूकी की घटना ने कांग्रेस में आक्रोश भड़का दिया है। कांग्रेस ने इसका विरोध करते हुए पुतला जलाने का निर्णय लिया है।

नैनीताल में एक नवाचारी घटना के तहत, कांग्रेस पार्टी ने नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य का विरोध किया, जिसके बाद पार्टी के अनुसूचित जाति विभाग में गुस्से की लहर फैल गई है। यह घटना कांग्रेस के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकती है, क्योंकि यह भाजपा शासन के खिलाफ असंतोष और गहरी नाराजगी का संकेत देती है।

कांग्रेस का प्रदर्शन और पुतला दहन

कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के प्रदेश अध्यक्ष मदन लाल की अगुवाई में, कार्यकर्ताओं ने धामी सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने यशपाल आर्य और उनके साथियों के साथ हुई हिंसा का विरोध करते हुए सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए। उन्हें यह भी चिंता है कि घटना के संबंध में सरकार के किसी नेता के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

मदन लाल ने इस प्रदर्शन के दौरान कहा, "शासन की असफलता इस बात से स्पष्ट होती है कि चुनाव के दौरान नेता प्रतिपक्ष के साथ जिस तरह का व्यवहार किया गया, वह अत्यंत निंदनीय है। यदि इस पर कदम नहीं उठाए जाते, तो यह दर्शाता है कि सरकार ऐसे कृत्यों का समर्थन कर रही है।"

अन्य नेताओं की उपस्थिति

इस पुतला दहन में कांग्रेस के कई प्रमुख नेताओं ने भाग लिया, जिसमें महिला प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्षा ज्योति रौतेला और महानगर अध्यक्ष डॉ जसविंदर सिंह गोगी शामिल थे। इन नेताओं ने भी इस विरोध में उत्साहपूर्वक भाग लिया और एक स्वर में भाजपा सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इस प्रकार के विरोध ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं के मनोबल को बढ़ाया।

राजनीतिक स्थिति

यह घटना इस दिशा में इशारा करती है कि क्षेत्रीय राजनीति में विपक्ष का दबाव बढ़ता जा रहा है। भाजपा सरकार के सामने जनता के मुद्दों को समझने और उन्हें हल करने की चुनौती है। यह न केवल पार्टी की छवि को प्रभावित करेगा, बल्कि सोशल मीडिया और अन्य मंचों पर भी इसे चर्चा का विषय बना देगा।

भविष्य के लिए कांग्रेस की रणनीति

कांग्रेस ने यह स्पष्ट किया है कि वे किसी प्रकार के दुर्व्यवहार को सहन नहीं करेंगे और संबंधित मुद्दों को आगे बढ़ाते हुए आवश्यक उपाय करेंगे। उनकी योजना है कि वे अन्य जिलों में भी इसी तरह के प्रदर्शन कर सरकार को कठघरे में खड़ा करें। यह स्थिति कांग्रेस और समग्र राजनीतिक परिदृश्य के लिए महत्वपूर्ण होगी, खासकर आगामी चुनावों के लिए।

निष्कर्ष

नैनीताल की घटना स्पष्ट करती है कि विपक्ष का विरोध अब स्थायी हो चुका है और यदि भाजपा सरकार ने सख्त कदम नहीं उठाए, तो आने वाले समय में यह विरोध और भी तीव्र हो सकता है। कांग्रेस के इस प्रदर्शन ने यह साबित कर दिया है कि सत्ता में बैठे लोगों को अपने कार्यों के लिए जिम्मेदार ठहराया जाएगा और जनता के मुद्दों पर अब चुप्पी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

जैसे-जैसे राजनीतिक परिस्थितियाँ बदलती हैं, यह देखना अत्यंत महत्वपूर्ण होगा कि क्या भाजपा सरकार इस मुद्दे पर कोई कदम उठाएगी। यह निश्चित है कि राजनीति का यह खेल और भी रोचक मोड़ लेगा।

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सादर,
टीम PWC News (अनु चौधरी)

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