बंगलुरु: डिजिटल फ्रॉड का शिकार हुआ इंजीनियर, करीब 12 करोड़ रुपए गंवाए, क्राइम ब्रांच-कस्टम और ED अधिकारी बनकर ठगी
39 साल के एक इंजीनियर ने करीब 12 करोड़ रुपए गंवा दिए हैं। डिजिटल ठगों ने उसके बैंक खाते को खाली कर दिया और इंजीनियर को इसकी भनक तक नहीं लग पाई।
दुर्भाग्यपूर्ण घटना का संक्षेपण
बंगलुरु में एक इंजीनियर को एक जटिल डिजिटल फ्रॉड का सामना करना पड़ा है, जिसमें उसने लगभग 12 करोड़ रुपये की बड़ी रकम खो दी। मामला तब शुरू हुआ जब उसे कुछ धोखाधड़ी करने वालों ने क्राइम ब्रांच, कस्टम और ED अधिकारियों के रूप में संपर्क किया। ये अपराधी पेशेवर तरीके से अपना विश्वास प्राप्त करने में सफल रहे और उसका बैंक खाता खाली कर दिया।
फ्रॉड का तरीका
शिकायत के अनुसार, धोखाधड़ी करने वालों ने सबसे पहले इंजीनियर को एक फोन कॉल के माध्यम से संपर्क किया। उन्होंने अपने आप को एजेंसी के अधिकारी बताते हुए कहा कि उसके खिलाफ एक मामले में जांच चल रही है। इससे घबराकर इंजीनियर ने उनकी बातों पर विश्वास कर लिया और उनके निर्देशों का पालन करना शुरू कर दिया।
धोखाधड़ी का खुलासा
जब इंजीनियर को एहसास हुआ कि वह ठगी का शिकार हुआ है, तब तक उसे बहुत देर हो चुकी थी। अपराधियों ने उसके बैंक खाते से लगातार पैसे ट्रांसफर किए, जिससे उसकी सारी बचत का नुकसान हो गया। इससे पता चलता है कि कैसे धोखाधड़ी करने वाले अत्यंत संगठित तरीके से काम कर रहे हैं।
आवश्यक कदम
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए, पुलिस ने एक विशेष जांच दल का गठन किया है। लोगों को ऐसे डिजिटल धोखाघड़ी के मामलों से सतर्क रहने की सलाह दी गई है। उन्हें बताया गया है कि किसी भी अनजान कॉल पर विश्वास न करें और जब भी ऐसा व्यवहार सामने आए, तुरंत संबंधित अधिकारियों से संपर्क करें।
निष्कर्ष
बंगलुरु में यह मामला एक उदाहरण है कि कैसे तकनीक की मदद से धोखाधड़ी करने वाले लोगों को ठगी का शिकार बना सकते हैं। इसलिए व्यक्तिगत जानकारी को सुरक्षित रखना बेहद जरूरी है। इसके अलावा, ऐसे मामलों में जागरूकता फैलाना अत्यंत महत्वपूर्ण है। Keywords: बंगलुरु डिजिटल फ्रॉड, इंजीनियर ठगी, 12 करोड़ रुपए नुकसान, क्राइम ब्रांच अधिकारी धोखाधड़ी, कस्टम अधिकारी ठगी, ED अधिकारी ठगी, डिजिटल ठगी कैसे होती है, ऑनलाइन फ्रॉड के मामले, बंगलुरु में धोखाधड़ी की घटनाएँ, पैसा गंवाने के तरीके For more updates, visit AVPGANGA.com.
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