लड़ीधूरा महोत्सव 2025: द्वितीय दिवस पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों और प्रतियोगिताओं की खुमारी

बाराकोट/चम्पावत। जनपद चम्पावत के विकासखण्ड बाराकोट में चल रहे 6 दिवसीय लड़ीधूरा महोत्सव 2025 के द्वितीय दिवस की सांस्कृतिक संध्या

Oct 5, 2025 - 09:53
 65  410.8k
लड़ीधूरा महोत्सव 2025: द्वितीय दिवस पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों और प्रतियोगिताओं की खुमारी

लड़ीधूरा महोत्सव के द्वितीय दिवस रही सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम, विभिन्न प्रतियोगिताएं भी हुईं

Breaking News, Daily Updates & Exclusive Stories - PWC News

कम शब्दों में कहें तो, जनपद चम्पावत में चल रहे लड़ीधूरा महोत्सव 2025 का द्वितीय दिवस सांस्कृतिक कार्यक्रमों और प्रतियोगिताओं से भरा रहा।

बाराकोट/चम्पावत। विकासखण्ड बाराकोट में आयोजीत 6 दिवसीय लड़ीधूरा महोत्सव 2025 का द्वितीय दिवस विशेष सांस्कृतिक संध्या के साथ मनाया गया। इस कार्यक्रम का उद्घाटन ब्लाक प्रमुख बाराकोट सीमा आर्या, मां पूर्णागिरी कॉलेज ऑफ एजुकेशन चम्पावत के चेयरमैन डॉ. कृष्णा अधिकारी, और ग्राम प्रधान बाराकोट सम्राट विश्वकर्मा द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।

सांस्कृतिक कार्यक्रमों की विशेषताएं

इस महोत्सव में देवभूमि मां शारदे की लोक कला को प्रदर्शित करते हुए अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए। स्थानीय कलाकारों ने अपने प्रदर्शन के माध्यम से क्षेत्र की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को प्रदर्शित किया। इस अवसर पर विभिन्न संगीत और नृत्य प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया गया, जिसमें स्थानीय प्रतिभागियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।

प्रतियोगिताओं की विशेषताएं

दूसरे दिन की प्रतियोगिताओं में नृत्य, गायन, और स्थानीय खेल शामिल थे। इन प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले प्रतिभागियों ने अपनी कला का प्रदर्शन किया और उपस्थित दर्शकों का मन मोह लिया। आयोजकों के अनुसार, इन प्रतिस्पर्धाओं का उद्देश्य स्थानीय कलाओं को बढ़ावा देना और युवाओं की प्रतिभाओं को प्रकट करना है।

स्थानीय समुदाय का सहयोग

महोत्सव की सफलता में स्थानीय समुदाय की भागीदारी भी महत्वपूर्ण रही। लोगों ने अपनी सुविधाएं और सेवाएँ प्रदान कीं जिससे महोत्सव के आयोजन में सकारात्मक योगदान मिला। इस कार्यक्रम ने गांव के सामाजिक संबंधों को भी मजबूत करने का काम किया।

विशिष्ट अतिथियों के विचार

कार्यक्रम के अंत में मंच पर उपस्थित विशिष्ट अतिथियों ने आयोजन की सराहना की। सीमा आर्या ने कहा, "यह महोत्सव न केवल सांस्कृतिक संकेतन है, बल्कि हमारे युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत भी है। हमें अपनी सांस्कृतिक धरोहर को संजोकर रखना चाहिए।"

डॉ. कृष्णा अधिकारी ने महोत्सव को चम्पावत के विकास में महत्वपूर्ण बताया और कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों से क्षेत्र की पहचान बढ़ती है।

निष्कर्ष

लड़ीधूरा महोत्सव 2025 का द्वितीय दिवस निश्चित रूप से एक सफल आयोजन साबित हुआ है, जिसने सांस्कृतिक गतिविधियों और प्रतियोगिताओं के माध्यम से स्थानीय जीवन को जीवंत कर दिया। इस महोत्सव के आगे के दिनों में और भी रोचक कार्यक्रमों की अपेक्षा है। इस महोत्सव से जुड़ी अधिक जानकारी और अपडेट्स के लिए हमारे साथ जुड़े रहें।

अधिक जानकारी के लिए, यहां क्लिक करें.

Team PWC News

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow