आपदाग्रस्त क्षेत्र में संघ के स्वयंसेवक राहत कार्यों मे जुटे
ख़बर संसार उत्तरकाशी.उत्तरकाशी के आपदाग्रस्त क्षेत्र में संघ के स्वयंसेवक राहत कार्यों मे जुटे हैँ. जी हा जल प्रलय आपदा प्रभावित उत्तरकाशी और पौड़ी गढ़वाल के सुदूर ग्रामों में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक पहुंच रहे है।स्वयंसेवकों की पहली टीम का पहला लक्ष्य आपदा प्रभावितों को दो हफ्ते का राशन किट पहुंचाना है उसके बाद […] The post आपदाग्रस्त क्षेत्र में संघ के स्वयंसेवक राहत कार्यों मे जुटे appeared first on Khabar Sansar News.

आपदाग्रस्त क्षेत्र में संघ के स्वयंसेवक राहत कार्यों मे जुटे
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उत्तरकाशी। उत्तरकाशी के आपदाग्रस्त क्षेत्र में संघ के स्वयंसेवक राहत कार्यों में जुटे हैं। जी हाँ, जल प्रलय आपदा प्रभावित उत्तरकाशी और पौड़ी गढ़वाल के सुदूर ग्रामों में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के स्वयंसेवक पहुंच रहे हैं। स्वयंसेवकों की पहली टीम का प्राथमिक लक्ष्य आपदा प्रभावितों को दो हफ्ते का राशन किट पहुंचाना है। इसके बाद एक टीम उनके नुकसान का जायज़ा लेकर सहायता जुटाने का कार्य कर रही है।
प्राकृतिक आपदा की स्थिति
उत्तराखंड में भारी बारिश और उससे उत्पन्न होने वाली प्राकृतिक आपदाओं ने स्थिति को गंभीर बना दिया है। सड़कें और पुल बह रहे हैं, जिससे आपदा प्रभावित गांवों तक पहुंचना भी आसान नहीं हो गया है। पहाड़ी इलाकों में, स्वयंसेवकों और पूर्व सैनिकों की मदद से पगडंडियों के रास्तों से स्वयंसेवक राशन किट पहुंचा रहे हैं। संघ ने पहले भी ऐसी राशन किट बनाई थीं जिसमें दो हफ्ते का राशन शामिल होता है।
राहत कार्यों की शुरुआत
पौड़ी जिले के सैंजी ग्राम और अन्य आपदा प्रभावित क्षेत्रों में स्वयंसेवकों ने लोगों के बीच दो हफ्ते का राशन किट वितरण किया। ग्रामीण क्षेत्रों में, हर्षिल, भटवाड़ी, गंगनानी और धराली जैसे स्थानों पर खुदाई कर राशन पहुंचाया जा रहा है। संघ ने पहले आई आपदाओं के दौरान भी राहत कार्य संभाले थे, जिससे उनकी विश्वसनीयता और अनुभव बढ़ा है। स्वयंसेवकों ने धराली आपदा क्षेत्र का सर्वेक्षण किया है और स्थानीय लोगों से बातचीत करके सही आंकड़े जुटाए हैं।
सोशल सपोर्ट और संवेदनाएँ
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने प्रभावित परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट करने और उनसे मिलने का कार्य किया है। संघ की टोली ने स्थानीय लोगों से मिली जानकारी के आधार पर जो रिपोर्ट बनाई है, उसे देहरादून केंद्र को सौंपी जा रही है। इससे यहाँ के लिए मदद पहुंचाने के कार्य किए जाएंगे। संघ ने जबरदस्त अपील की है कि उत्तराखंड में आपदा प्रभावितों की सहायता के लिए हर किसी को आगे आना चाहिए। उन्होंने एक बैंक अकाउंट नंबर भी जारी किया है, जिसका उपयोग लोग सहायता के लिए कर सकते हैं।
स्वयंसेवकों की निस्वार्थ सेवा
संघ के प्रांत कार्यवाह दिनेश जी सेमवाल ने बताया कि यह समय पीड़ितों के साथ खड़े रहने का है। उन्होंने कहा कि राशन किट का वितरण जारी है और संघ पीड़ितों की हर तरह से मदद करेगा। विभाग संघचालक गुलाब सिंह नेगी स्वयंसेवकों को उर्जा और प्रेरणा देने का कार्य कर रहे हैं।
इस निराशाजनक स्थिति में स्वयंसेवकों का योगदान निस्संदेह काबिल-ए-तारीफ है, जो निस्वार्थ सेवा के प्रतीक बनकर सामने आए हैं। हमारे समस्त पाठकों से अपील है कि इस दु:खद घड़ी में मदद के लिए आगे आएं।
संघ की टोली ने आश्वस्त किया है कि कठिनाइयों के बावजूद वे मेहनत करते रहेंगे और आपदा प्रभावितों की सहायता जारी रखेंगे। यह न केवल मानवता की सेवा है, बल्कि एक देशभक्ति का परिचायक भी है।
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