उत्तराखंड की बासमती चावल को वैश्विक पहचान दिलाने की पहल - हाउस ऑफ हिमालयाज
हाउस ऑफ हिमालयाज’ के तहत देहरादून बासमती की नई श्रृंखला लॉन्च, मंत्री गणेश जोशी बोले – बासमती को मिले वैश्विक पहचान देहरादून, 3 अक्टूबर। उत्तराखंड के ग्राम्य विकास मंत्री गणेश जोशी ने आज सचिवालय स्थित एफआरडीसी सभागार में राज्य के प्रतिष्ठित ब्रांड ‘हाउस ऑफ हिमालयाज’ के अंतर्गत देहरादून की प्रसिद्ध बासमती चावल की एक नई […] The post उत्तराखंड बासमती को ब्रांडिंग और वैश्विक बाजार से जोड़ने की दिशा में बड़ा कदम appeared first on Uttarakhand News Update.

उत्तराखंड की बासमती चावल को वैश्विक पहचान दिलाने की पहल - हाउस ऑफ हिमालयाज
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कम शब्दों में कहें तो, उत्तराखंड के ग्राम्य विकास मंत्री गणेश जोशी ने देहरादून की प्रसिद्ध बासमती चावल की नई श्रृंखला लॉन्च की है, जो स्थानीय किसानों के लिए आय बढ़ाने में सहायक सिद्ध होगी।
देहरादून, 3 अक्टूबर। उत्तराखंड के ग्राम्य विकास मंत्री गणेश जोशी ने आज सचिवालय के एफआरडीसी सभागार में राज्य के प्रतिष्ठित ब्रांड ‘हाउस ऑफ हिमालयाज’ के तहत देहरादून की मशहूर बासमती चावल की एक नई श्रृंखला का औपचारिक लॉन्च किया। मंत्री जोशी ने इस पहल को स्थानीय कृषि को बढ़ावा देने और किसानों की आय दोगुनी करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया है।
बासमती उत्पादकों का संगठन एवं किसानों की भागीदारी
लॉन्चिंग समारोह के दौरान देहरादून बासमती उत्पादकों का एक संगठन भी गठित किया गया, जिसमें विकासनगर और सहसपुर क्षेत्र के लगभग 40 किसानों ने भाग लिया। ये किसान परंपरागत खेती पद्धतियों को अपनाकर बासमती चावल का उत्पादन करते हैं, जिससे इसकी गुणवत्ता और सुगंध में बेजोड़ विशेषताएँ बनी रहती हैं।
मंत्री गणेश जोशी की महत्वपूर्ण बातें
मंत्री गणेश जोशी ने इस पहल की प्रशंसा करते हुए कहा, "यह केवल एक उत्पाद का लॉन्च नहीं है, बल्कि देहरादून बासमती की गौरवमयी विरासत को पुनर्जीवित करने का संकल्प है। हमें इस पारंपरिक ब्रांड को न केवल देश में, बल्कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी नई पहचान दिलाने की आवश्यकता है।”
उन्होंने किसानों को सलाह दी कि वे संगठित होकर वृहद स्तर पर उत्पादन बढ़ाएं, जिससे ना केवल उनकी आमदनी में बढोत्तरी होगी, बल्कि उत्तराखंड की जैविक और पारंपरिक खेती को भी नई दिशा मिलेगी।
सामाजिक और आर्थिक विकास का एक मॉडल
मंत्री ने यह भी कहा कि पारंपरिक ज्ञान के साथ आधुनिक ब्रांडिंग और बाजार केंद्रित रणनीतियों का समन्वय ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने का एक आदर्श मॉडल बन सकता है। इस तरह की पहल से न केवल स्थानीय समुदायों को लाभ होगा, बल्कि यह राज्य की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती प्रदान करेगा।
अधिकारियों की उपस्थिति
इस अवसर पर सचिव ग्राम्य विकास दिलीप जावलकर, आयुक्त अनुराधा पाल, अपर सचिव झरना कमठान, मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह, और यूआरआरडीए के सीईओ अभिषेक रोहिला सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
राज्य सरकार की इस पहल को बासमती के लिए एक मील का पत्थर माना जा रहा है, जिसे वैश्विक बाजार में एक नई पहचान दिलाने की दृष्टि से तैयार किया गया है। यह कदम बासमती चावल की गुणवत्ता और उसकी अद्वितीयता को वैश्विक स्तर पर प्रस्तुत करेगा।
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संपूर्ण विश्व को इस अद्वितीय उत्पाद की जानकारी देने के लिए, सरकार की योजनाएं आगे बढ़ेंगी और स्थानीय किसानों को इसका लाभ मिलेगा।
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Team PWC News
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