ऊधमसिंह नगर में पेयजल योजनाओं का निरीक्षण, सचिव शैलेश बगौली की रिपोर्ट
सचिव पेयजल, उत्तराखण्ड शासन, शैलेश बगौली ने ऊधम सिंह नगर जिले के भ्रमण कार्यक्रम के...

ऊधमसिंह नगर में पेयजल योजनाओं का निरीक्षण, सचिव शैलेश बगौली की रिपोर्ट
Breaking News, Daily Updates & Exclusive Stories - PWC News
कम शब्दों में कहें तो, उत्तराखण्ड शासन के सचिव पेयजल, शैलेश बगौली ने ऊधम सिंह नगर जिले के विकासखण्ड रुद्रपुर और गदरपुर में स्थित विभिन्न पेयजल योजनाओं का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने न केवल योजनाओं के कार्य की गुणवत्ता का मूल्यांकन किया बल्कि वहां क्रियाशील नल कनेक्शनों (FHTC) की स्थिति और पेयजल आपूर्ति की प्रभावशीलता की भी गहन जांच की।
पेयजल योजनाओं का गुणवत्ता मूल्यांकन
सचिव बगौली ने दानपुर एकल ग्राम पेयजल योजना का निरीक्षण करते हुए पाया कि यहां 300 एमएम व्यास का और 210 मीटर गहराई का एक नलकूप है, जिसकी क्षमता 500 एलपीएम है। इसके अलावा, उन्होंने 100 केएल, 17 मीटर स्टेजिंग वाले ऊर्ध्व जलाशय की गुणवत्ता की भी जाँच की, जो संतोषजनक पाई गई। योजना के तहत 314 परिवारों को FHTC कनेक्शनों की सुविधा प्रदान की गई है। मौके पर पांच घरों का चयन कर उनके लिए जल आपूर्ति समय, दबाव और पानी की गुणवत्ता की जानकारी ली गई, जो सभी योग्य मानकों पर खरा उतरी।
जन जागरूकता के लिए आवश्यक प्रयास
बगौली ने AMRUT-I योजना की समीक्षा करते हुए बताया कि कई उपभोक्ता अभी भी जल कनेक्शन नहीं ले पाए हैं। उन्होंने अधिशासी अभियंता को निर्देश दिया कि नगर आयुक्त के साथ मिलकर एक विशेष जन जागरूकता अभियान चलाया जाए, जिससे लोगों को पाइप्ड वॉटर सप्लाई के लाभों के बारे में जानकारी मिल सके और वे जल कनेक्शन लेने के लिए प्रेरित हों।
फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण
सचिव ने रुद्रपुर जिले में निर्मित 25 केएलडी क्षमता वाले Faecal Sludge Treatment Plant (FSTP) का भी निरीक्षण किया। उन्होंने निर्देश दिया कि शहर की जनसंख्या और सेप्टिक टैंकों की खाली करने की आवृत्ति के आधार पर प्रतिदिन अनुमानित फीकल स्लज की गणना की जाए और इसे FSTP पर पहुँच रहे वास्तविक मात्रा के साथ तुलना की जाए। अगर दोनों में अंतर पाया जाए, तो उस संबंध में आवश्यक कार्ययोजना तैयार की जाए।
इस प्रकार का गहन निरीक्षण यह दर्शाता है कि सरकारी योजनाएं बेहतर तरीके से क्रियान्वित की जा रही हैं और आवश्यक सुधारों की सही पहचान की जा रही है। यह सुनिश्चित करना अत्यंत आवश्यक है कि हर परिवार सुरक्षित और गुणवत्तापूर्ण पेयजल प्राप्त कर सके।
निष्कर्ष
सचिव शैलेश बगौली का ऊधमसिंह नगर में किया गया यह निरीक्षण सरकारी योजनाओं की पारदर्शिता और गुणवत्ता की जांच का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इस प्रकार की योजनाएं स्थानीय लोगों के जीवन स्तर को सुधारने में मदद करती हैं और यह सुनिश्चित करती हैं कि आवश्यक सुधार किए जाएं। सही दिशा में उठाए गए कदमों से जल आपूर्ति में सुधार की संभावनाएँ बढ़ेंगी।
यह उम्मीद की जाती है कि इन योजनाओं के कार्यान्वयन और निगरानी के माध्यम से हर नागरिक को गुणवत्तापूर्ण पेयजल सेवा मिलेगी।
For more updates, visit pwcnews.com
सादर,
सुरेखा कुमारी, Team PWC News
What's Your Reaction?






