भारतीय सैन्य अकादमी में तैराकी प्रशिक्षण के दौरान हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना, कैडेट की डूबने से मौत
देहरादून। भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) में बृहस्पतिवार सुबह तैराकी प्रशिक्षण के दौरान 33 वर्षीय कैडेट बालू एस की डूबने से

भारतीय सैन्य अकादमी में तैराकी प्रशिक्षण के दौरान हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना, कैडेट की डूबने से मौत
कम शब्दों में कहें तो, भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) में एक कैडेट की तैराकी प्रशिक्षण के दौरान डूबने से मृत्यु हो गई। यह घटना देहरादून में बृहस्पतिवार सुबह हुई।
देहरादून। बृहस्पतिवार को भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) में तैराकी प्रशिक्षण के दौरान एक गंभीर और दुखद घटना घटी, जिसमें 33 वर्षीय कैडेट बालू एस ने डूबने के कारण अपनी जान गंवा दी। यह युवा कैडेट केरल के त्रिवेंद्रम जिले का निवासी था और अपनी अकादमी में उत्कृष्टता हासिल करने का सपना देख रहा था। इस घटना ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है और शोक की लहर पैदा की है।
घटना का विवरण
कैडेट बालू एस की यह दुखद मौत बृहस्पतिवार सुबह आईएमए के तैराकी पूल में हुई। प्रशिक्षण सत्र के दौरान अचानक पानी में डूबने से उनकी स्थिति गंभीर हो गई। मौके पर मौजूद प्रशिक्षकों और साथी कैडेटों ने तुरंत मदद की, लेकिन उन्हें बचाने में देरी हो गई। बाद में, उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन चिकित्सा अधिकारियों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
जांच की प्रक्रिया
आईएमए प्रबंधन ने इस घटना की गहन जांच शुरू कर दी है। उन्होंने यह सुनिश्चित करने का वादा किया है कि इस मौत के पीछे किसी प्रकार की लापरवाही या चूक की जांच की जाएगी। कैंट थानाध्यक्ष कैलाश चंद्र भट्ट ने बताया है कि आईएमए से जानकारी मिली है कि एक विशेष टीम इस मामले की पड़ताल करेगी ताकि यह स्पष्ट हो सके कि हादसे के कारण क्या थे।
कैडेट की उपलब्धियाँ और योगदान
कैडेट बालू एस ने अपने प्रशिक्षण के दौरान कई स्थानों पर उत्कृष्टता हासिल की थी। उनकी मेहनत और समर्पण ने उन्हें अपने साथियों में एक प्रेरणा के रूप में स्थापित किया था। उनके आकस्मिक निधन ने न केवल उनके परिवार को बल्कि सभी प्रशिक्षुओं को भी गहरा दुख पहुंचाया है। कई लोग उनके प्रति अपनी संवेदना व्यक्त कर रहे हैं और उन सभी की मेहनत को याद कर रहे हैं जिन्होंने उनके साथ प्रशिक्षण लिया।
सुरक्षा उपायों पर ध्यान देने की आवश्यकता
यह घटना एक बार फिर से यह धारणा मजबूत करती है कि सैन्य अकादमियों में सुरक्षा उपायों की अधिक आवश्यकता है, खासकर तैराकी जैसे जोखिम भरे प्रशिक्षण में। इसके अलावा, प्रशिक्षकों को भी यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे हर समय कैडेटों की सुरक्षा का ख्याल रखें। ऐसे हालात में फौरन चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराने की आवश्यकता पर भी जोर दिया जाना चाहिए।
समापन
इस दुखद घटना ने सभी को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि हमें ऐसे खतरनाक प्रशिक्षणों के दौरान अधिक सतर्क रहना चाहिए। हमें उम्मीद है कि आईएमए के प्रशासन इस मामले में सख्त कदम उठाएंगे, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। हम इस कठिन समय में कैडेट बालू एस के परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं।
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सादर,
टीम पीडब्ल्यूसी न्यूज
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