'राम मंदिर बनाने वाले श्रमिकों का सम्मान हुआ, ताजमहल बनाने वालों के हाथ काटे गए', बोले सीएम योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज का भारत अपने श्रमबल का सम्मान करता है। प्रधानमंत्री ने राम मंदिर बनाने वाले श्रमिकों पर फूल बरसाए जबकि पूर्व में ताजमहल बनाने वाले मजदूरों के हाथ काट दिए गए थे।
राम मंदिर बनाने वाले श्रमिकों का सम्मान हुआ, ताजमहल बनाने वालों के हाथ काटे गए
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में राम मंदिर के श्रमिकों के प्रति सम्मान प्रकट किया। उन्होंने एक सार्वजनिक समारोह में कहा कि राम मंदिर बनाने वाले श्रमिकों की मेहनत और बलिदान को पहचाना जाना चाहिए। यह विभिन्न तरीकों से उनके और उनके परिवारों के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण है।
मुख्यमंत्री योगी का बयान
सीएम योगी ने अपने बयान में यह भी कहा कि भारत के ऐतिहासिक स्मारकों का निर्माण करने वाले श्रमिकों को उचित मान्यता मिलनी चाहिए। उन्होंने यह टिप्पणी ताजमहल बनाने वाले श्रमिकों के संदर्भ में की, जिनके साथ इतिहास में अन्याय हुआ है। यह बयान तत्कालीन श्रमिकों की दुर्दशा को दर्शाता है, जिन्हें कभी सम्मानित नहीं किया गया।
राम मंदिर का महत्व
राम मंदिर केवल एक धार्मिक स्थल नहीं है; यह भारतीय संस्कृति और परंपरा का एक प्रतीक है। यह मंदिर न केवल भक्ति का केन्द्र है, बल्कि यह पर्यटन के दृष्टिकोण से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। राम मंदिर के निर्माण से स्थानीय आर्थिक विकास भी बढ़ा है।
गवर्नमेंट द्वारा श्रमिकों के प्रति सम्मान
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि हमारी सरकार श्रमिकों की सेवा और कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। इस तरह के समारोहों से श्रमिकों को प्रोत्साहन मिलता है और यह उन्हें समाज में उनकी स्थिति को सुधारने का अवसर देता है।
सीएम योगी के इस बयान का उद्देश्य श्रमिकों की मेहनत को मान्यता देना और उन्हें एक प्रेरणा देना है। ऐसे समारोहों के माध्यम से, हमें अपनी संस्कृति और इतिहास को सुरक्षित रखने का प्रयास करना चाहिए।
News by PWCNews.com
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