देहरादून पुलिस ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा को हिरासत में लिया, जानें क्या रही वजह…
देहरादून। उत्तराखंड कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा गुरुवार को अचानक राजभवन के बाहर धरने पर बैठ गए। दरअसल राज्य निर्वाचन आयुक्त
देहरादून पुलिस ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा को हिरासत में लिया, जानें क्या रही वजह…
Breaking News, Daily Updates & Exclusive Stories - pwcnews
देहरादून। उत्तराखंड कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा गुरुवार को अचानक राजभवन के बाहर धरने पर बैठ गए। दरअसल राज्य निर्वाचन आयुक्त सुशील कुमार को बर्खास्त करने और अन्य बिंदुओं को लेकर करन माहरा ने राज्यपाल से मिलने के लिए समय की मांग की थी, लेकिन समय नहीं दिए जाने पर नाराज होकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा और वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना साथियों के साथ राजभवन के सामने विरोध दर्ज कराने के लिए आए।
क्यों किया गया हिरासत में
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, करन माहरा के धरने के दौरान प्रदर्शन की योजना के चलते उन्हें हिरासत में लिया गया। पुलिस ने बताया कि उन्हें राजभवन के सामने से हटने के लिए कहा गया, लेकिन माहरा और उनके साथी नहीं मानें। इसके परिणामस्वरूप उन्हें न केवल सुरक्षात्मक हिरासत में लिया गया, बल्कि पूरे क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को भी बढ़ाया गया। इस घटना से राज्य की राजनीतिक स्थिति में हलचल मच गई है, जिसके पीछे कई कारण हैं।
राजनीतिक पृष्ठभूमि
करन माहरा के धरने का मकसद केवल राज्य निर्वाचन आयुक्त की बर्खास्तगी नहीं था बल्कि यह जनहित के कई मुद्दों को लेकर भी था। कांग्रेस का कहना है कि वर्तमान चुनावी प्रक्रिया में न केवल अनियमितताएँ हो रही हैं, बल्कि सत्ताधारी पार्टी के कुछ निर्णयों के खिलाफ भी आवाज उठानी ज़रूरी है। माहरा ने कहा कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं की गईं, तो वे यथासंभव विरोध जारी रखेंगे।
पार्टी और सार्वजनिक प्रतिक्रिया
कांग्रेस पार्टी ने इस घटना के संबंध में खुलकर अपना मत रखा है। पार्टी के प्रवक्ता ने कहा है कि यह हर लोकतांत्रिक प्रक्रिया का अपमान है जब संवैधानिक अधिकारियों की बात नहीं मानी जाती। इसके अलावा, वे चाहते हैं कि राज्य सरकार को कांग्रेस की सही आवाज को सुनना चाहिए। माहरा के समर्थन में पार्टी द्वारा कई कार्यक्रम भी आयोजित किए जा रहे हैं।
संबंधित घटनाएँ और भविष्य की योजना
इस घटना के बाद, कांग्रेस पार्टी की अगली रणनीति पर चर्चा शुरू की गई है। माहरा और उनके सहयोगियों ने यह स्पष्ट किया है कि वे सभी आवश्यक कदम उठाएंगे ताकि उनके मुद्दे सरकार तक पहुँच सकें। यह देखना होगा कि क्या पुलिस हिरासत और राजनीतिक अस्थिरता का यह मामला अधिक गंभीर रूप लेता है।
निष्कर्ष
करन माहरा का हिरासत में लिया जाना न केवल कांग्रेस पार्टी के लिए महत्वपूर्ण है बल्कि पूरे राज्य की राजनीति में एक नया मोड़ ला सकता है। जनता की अपेक्षाएँ और राजनीतिक कसौटी के इस समय पर सभी की निगाहें हैं। आगामी दिनों में यह मामला कैसे आगे बढ़ता है, यह महत्वपूर्ण रहेगा।
अधिक अपडेट्स के लिए, कृपया https://pwcnews.com पर जाएँ।
Keywords:
Dehradun police, Karan Mahra, Congress president, protest, Uttarakhand, political situation, election commissioner, state governor, political unrest, party strategy, public responseWhat's Your Reaction?






