फरवरी में ही नहीं, पूरे FY2026 में भी ब्याज दर में कटौती नहीं होगी, एक्सपर्ट का क्लेम, ये वजह भी बताई
एक्सिस बैंक के मुख्य अर्थशास्त्री ने कहा कि अगर रिजर्व बैंक वृद्धि को बढ़ावा देने के लिए दरों में कटौती करता है, तो भी इसकी प्रमुख दरों में 0.50 प्रतिशत की गिरावट ग्रोथ प्रक्रिया में मदद करने के लिए निर्णायक कदम नहीं होगा। उनका कहना है कि जब आप दरों में कटौती करने के लिए कदम उठाते हैं, तो यह निर्णायक होना चाहिए।
फरवरी में ही नहीं, पूरे FY2026 में भी ब्याज दर में कटौती नहीं होगी, एक्सपर्ट का क्लेम, ये वजह भी बताई
बैंकिंग सेक्टर और अर्थव्यवस्था के बीच गहन संबंध को देखते हुए, विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले वित्तीय वर्ष 2026 में ब्याज दरों में कोई कटौती नहीं की जाएगी। यह दावा वित्तीय विश्लेषकों द्वारा किया गया है, जिन्होंने आर्थिक संकेतकों और मौद्रिक नीति पर गहराई से अध्ययन किया है।
ब्याज दरों की स्थिरता का कारण
विश्लेषकों के अनुसार, ब्याज दरों में कमी न होने की कई वजहें हैं। पहली वजह यह है कि वैश्विक आर्थिक हालात अभी भी अनिश्चितता का सामना कर रहे हैं। दूसरी ओर, महंगाई दर की ऊँचाई को नियंत्रित रखने की आवश्यकता भी एक महत्वपूर्ण कारक है। यदि महंगाई दर में वृद्धि होती है, तो केंद्रीय बैंक को ब्याज दरों को स्थिर रखने की आवश्यकता होगी।
आर्थिक गतिविधियों पर प्रभाव
ब्याज दरों में किसी भी तरह की कमी का प्रभाव बैंकिंग और वित्तीय गतिविधियों पर पड़ता है। जब दरें कम होती हैं, तो ऋण लेने की प्रवृत्ति बढ़ती है, जिससे निवेश और उपभोक्ता व्यय में वृद्धि होती है। हालांकि, वर्तमान स्थिति में, विशेषज्ञों का मानना है कि सरकार और केंद्रीय बैंक दोनों ही आर्थिक सुधारों के लिए स्थायित्व को प्राथमिकता दे रहे हैं।
भारत की मौद्रिक नीति की समीक्षा
आरबीआई (भारतीय रिजर्व बैंक) की मौद्रिक नीति की समीक्षा का सभी पर गहरा प्रभाव पड़ता है। आगामी बैठकों में, सरकार और बैंक के निर्णय बाजारों को प्रभावित कर सकते हैं। विशेषज्ञों की सलाह है कि निवेशक और उपभोक्ता को इस समय सावधानी से निर्णय लेना होगा।
यह जानकारी विशेष रूप से उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण है जो निवेश या ऋण लेने की योजना बना रहे हैं। वित्तीय संतुलन को बनाए रखने के लिए सही समय पर निर्णय लेना हमेशा आवश्यक होता है।
अंत में, एक मजबूत आर्थिक स्थिति बनाए रखने के लिए सभी को मिलकर काम करने की आवश्यकता है। यह वे समय हैं जब हम सभी को एकजुट होकर आगे बढ़ना होगा।
News by PWCNews.com
कीवर्ड्स
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