उत्तराखंड में बारिश का कहर: बुआखाल-रामनगर हाईवे पर पुल ढहा, थलीसैंण क्षेत्र का संपर्क बाधित

पौड़ी: उत्तराखंड में इन दिनों बारिश कहर बरपा रही है. पौड़ी जिले में बीते दो दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। बुधवार को हुई तेज बारिश के चलते बुआखाल-रामनगर नेशनल हाईवे पर बना लोहे का पुल पाबौ से लगभग 5 किलोमीटर आगे ध्वस्त हो गया, जिससे पौड़ी मुख्यालय […] The post भारी बारिश का कहर: बुआखाल-रामनगर हाईवे पर बना पुल टूटा, पौड़ी मुख्यालय से थलीसैंण क्षेत्र का संपर्क टूटा, प्रशासन ने बड़खोलू पुल भी किया बंद appeared first on Devbhoomisamvad.com.

Aug 7, 2025 - 09:53
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उत्तराखंड में बारिश का कहर: बुआखाल-रामनगर हाईवे पर पुल ढहा, थलीसैंण क्षेत्र का संपर्क बाधित

उत्तराखंड में बारिश का कहर: बुआखाल-रामनगर हाईवे पर पुल ढहा, थलीसैंण क्षेत्र का संपर्क बाधित

पौड़ी: उत्तराखंड इन दिनों अत्यधिक भारी बारिश का सामना कर रहा है, जिससे जनजीवन में भारी व्यवधान उत्पन्न हो गया है। पौड़ी जिले में लगातार हो रही वर्षा की वजह से बुधवार को बुआखाल-रामनगर राष्ट्रीय हाईवे पर एक लोहे का पुल लगभग 5 किलोमीटर पाबौ के आगे ध्वस्त हो गया। इस अप्रत्याशित घटना के कारण पौड़ी मुख्यालय और थलीसैंण क्षेत्र के बीच का संपर्क पूरी तरह से टूट गया है।

बारिश का प्रभाव और बाढ़ की चेतावनी

लगातार हो रही बारिश के कारण कई स्थानों पर सड़कें मलबे से भर गई हैं, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों के संपर्क मार्ग और पैदल रास्ते भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं। स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने बड़खोलू पुल को सुरक्षित रखने के लिए एहतियात के तौर पर बंद कर दिया है। एनएच के अधिशासी अभियंता अरुण कुमार के अनुसार, यह पुल 1970 में बना था और जल कटाव के कारण अचानक ध्वस्त हो गया।

रेस्क्यू टीमों की मुश्किलें

भारी बारिश की वजह से पाबौ और थलीसैंण क्षेत्र में राहत एवं बचाव कार्य हेतु भेजी गई रेस्क्यू टीमें भी रास्ते में फंस गई हैं। स्थानीय निवासियों के मकानों, गोशालाओं और फसलों को भी व्यापक नुकसान पहुंचा है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे बिना आवश्यकता यात्रा न करें और नदी-नालों से दूर रहें। यदि आपात स्थिति उत्पन्न होती है, तो नजदीकी प्रशासनिक अधिकारियों से संपर्क करने का आग्रह किया गया है।

नदी का बढ़ता जल स्तर

खतरे के निशान से ऊपर बह रही नयार नदी

बारिश के कारण नयार नदी का जल स्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने बांघाट मोटर पुल पर पुलिस बल तैनात कर दिया है। पंचायत क्षेत्र की सड़कों पर भारी बोल्डर और मलबा आने से आवाजाही में कठिनाइयां आ रही हैं। पौड़ी-सतपुली-गुमखाल-कोटद्वार राष्ट्रीय राजमार्ग को खोल दिया गया है, हालांकि कुल्हाड़ मोड़ पर मलबे के कारण यातायात बाधित हो गया था।

स्थानीय निवासियों की चिंताएं

भारी बारिश के कारण भूस्खलन की समस्या ने पाटीसैंण निवासी राजेंद्र सिंह बिष्ट के घर को खतरे में डाल दिया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारियों को मौखिक और लिखित सूचना देने के बावजूद भी इलाके में सुरक्षा दीवार नहीं लगाई गई। उनकी मांग हैं कि प्रशासन जल्द ही उनके आवास के निकट सुरक्षा दीवार का निर्माण करे।

निष्कर्ष

उत्तरी भारत में हो रही इस बारिश का कहर केवल भौतिक संपत्ति को ही नुकसान नहीं पहुंचा रहा है, बल्कि यह स्थानीय लोगों के जीवन को भी प्रभावित कर रहा है। प्रशासन को चाहिए की वह प्रभावित क्षेत्रों में शीघ्र आवश्यक कदम उठाए और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करे। इस संकट के समय में सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है, इसलिए सभी नागरिकों को संबंधित प्रशासन की सलाह का पालन करना चाहिए।

कम शब्दों में कहें तो, उत्तराखंड में हुई बारिश ने बड़ा नुकसान पहुँचाया है और प्रशासन को जल्द से जल्द उचित उपाय करना चाहिए। जानकारी के लिए अधिक समाचारों का पता लगाने के लिए यहाँ जाएँ: pwcnews

लेखिका: साक्षी शर्मा, निधि गोयल एवं टीम PWC News

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