10 साल में भारत ने 17 करोड़ लोगों को गरीबी से निकाला बाहर, वर्ल्ड बैंक के ये आंकड़े आपको कर देंगे खुश
2021-22 में भारत के पांच सबसे अधिक आबादी वाले राज्यों - उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, बिहार, पश्चिम बंगाल और मध्य प्रदेश- में अत्यधिक गरीबी में रहने वाले 65% लोग थे, और 2022-23 तक गरीबी में आई कमी में इन राज्यों का योगदान दो-तिहाई रहा।

10 साल में भारत ने 17 करोड़ लोगों को गरीबी से निकाला बाहर, वर्ल्ड बैंक के ये आंकड़े आपको कर देंगे खुश
भारत में पिछले एक दशक में हुई आर्थिक प्रगति ने दुनिया को चौंका दिया है। वर्ल्ड बैंक के अनुसार, भारत ने 10 वर्षों में 17 करोड़ लोगों को गरीबी रेखा से बाहर निकालने में सफलता पाई है। ये आंकड़े न केवल भारत की शासन प्रणाली के सफल प्रयासों को दर्शाते हैं, बल्कि उन नीतियों और कार्यक्रमों का भी प्रमाण हैं, जिन्होंने इस परिवर्तन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
आर्थिक बदलाव और सामाजिक सुधार
यह आंकड़ा दर्शाता है कि भारत ने कैसे योजनाबद्ध तरीके से विभिन्न क्षेत्रों में सुधार किए हैं। शिक्षा, स्वास्थ्य और वित्तीय समावेशन जैसी योजनाओं ने समाज के कमजोर वर्ग के लोगों के जीवन को बदलने का कार्य किया है। इसके तहत सरकार द्वारा कई कल्याणकारी योजनाएं चलाई गई हैं, जिनका उद्देश्य गरीबों की मदद करना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है।
वर्ल्ड बैंक के आंकड़े क्या कहते हैं?
वर्ल्ड बैंक के ताजा रिपोर्ट के अनुसार, पिछले दशक में गरीबी दर में कमी आयी है। यह रिपोर्ट बताती है कि कई नीतियों के लागू होने से, जैसे कि मनरेगा और प्रधानमंत्री आवास योजना, लाखों लोगों को अपनी आर्थिक स्थिति सुधारने का मौका मिला। ये योजनाएं रोजगार सृजन और घरों की उपलब्धता में सहायक साबित हुई हैं।
भविष्य की दिशा
हालांकि भारत ने गरीबी उन्मूलन में जबरदस्त प्रगति की है, लेकिन अभी कई चुनौतियां बाकी हैं। सतत विकास और समावेशी विकास के लक्ष्यों को हासिल करने के लिए और प्रयासों की आवश्यकता है। आने वाले वर्षों में, शिक्षा और स्वास्थ्य संबंधी नीतियों को और मजबूत किया जाएगा। इसके साथ ही, तकनीकी विकास और उद्यमिता को भी नई दिशा में ले जाने की आवश्यकता होगी।
समग्र रूप से देखा जाए, तो वर्ल्ड बैंक के ये आंकड़े सकारात्मक बदलाव का संकेत है, जो भारत के भविष्य की दिशा को उजागर करते हैं।
News by PWCNews.com
Keywords
भारत गरीबी उन्मूलन, वर्ल्ड बैंक, 17 करोड़ लोग, आर्थिक प्रगति, शैक्षणिक योजनाएं, स्वास्थ्य सुधार, वित्तीय समावेशन, प्रधानमंत्री आवास योजना, मनरेगा, रोजगार सृजन, सामाजिक कल्याण योजनाएं, भारत का विकास, गरीबों की मदद, आत्मनिर्भरता, सतत विकास, समावेशी विकास.What's Your Reaction?






