मोदी सरकार ने विकसित भारत का मसौदा किया तैयार, केद्रीय मंत्री ने कहा- पिछली सरकारों ने नहीं दिया ध्यान
मांडविया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हमने 'स्टार्टअप इंडिया' और 'मेक इन इंडिया' जैसी पहलों के जरिए इस भावना को फिर से जगाया है। उन्होंने कहा कि एक दशक पहले भारत में सिर्फ चार यूनिकॉर्न थे, आज हमारे पास 118 यूनिकॉर्न हैं।

विकसित भारत का मसौदा: एक नई शुरुआत
मोदी सरकार ने भारत को विकसित और आत्मनिर्भर बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण मसौदा तैयार किया है। यह मसौदा देश के समग्र विकास और नागरिकों की भलाई के लिए एक व्यापक दृष्टिकोण पेश करता है। केंद्रीय मंत्री ने कहा है कि पिछली सरकारों ने इन मुद्दों पर ध्यान नहीं दिया, जिससे विकास के कई महत्वपूर्ण पहलुओं की अनदेखी हुई।
मसौदे के प्रमुख तत्व
इस मसौदे में शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और अवसंरचना विकास जैसे कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों को शामिल किया गया है। सेहत का सुधार करते हुए, सरकार ने लोगों के लिए बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित करने का वादा किया है। इसके अलावा, डिजिटल इंडिया पहल के विस्तारण पर जोर दिया गया है, जिससे तकनीकी नवाचार को बढ़ावा मिलेगा।
पिछली सरकारों की आलोचना
केंद्रीय मंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा कि पिछले शासन के दौरान विकास को प्राथमिकता नहीं दी गई, जिससे देश युवा वर्ग की संभावनाओं को पूरा करने में सक्षम नहीं हो पाया। अब मोदी सरकार इस दिशा में ठोस कदम उठा रही है ताकि भारत को विकसित देशों की श्रेणी में लाया जा सके।
आम जनता का सहयोग
यह मसौदा केवल सरकार के प्रयासों पर निर्भर नहीं है। आम जनता का सहयोग भी आवश्यक है। लोग इस प्रक्रिया में भाग ले सकते हैं और अपने विचार साझा कर सकते हैं। इस तरह, विकास की दिशा में सामूहिक प्रयासों को समझा जा सकता है।
निष्कर्ष
भारत का विकसित मसौदा एक सुनहरा अवसर है जिसे समस्त नागरिकों के सहयोग से सफल बनाया जा सकता है। मोदी सरकार का यह प्रयास आने वाले दिनों में देश को एक मजबूत और सक्षम भारत बनाने का मार्ग प्रशस्त करेगा। Keywords: मोदी सरकार, विकसित भारत, केंद्रीय मंत्री, पिछली सरकारों की आलोचना, भारत का विकास, आत्मनिर्भर भारत, डिजिटल इंडिया, स्वास्थ्य सेवाएं, रोजगार सृजन, अवसंरचना विकास, शिक्षा में सुधार For more updates, visit PWCNews.com.
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