सीएम योगी बोले-"नायक अकबर-औरंगजेब नहीं, शिवाजी और महाराणा प्रताप थे", घुट-घुट कर मरने पर किया था मजबूर
नोएडा में सीएम योगी ने कहा कि राष्ट्र नायकों के सम्मान के बिना वर्तमान पीढ़ी आगे नहीं बढ़ सकती है। राष्ट्र नायकों के आदर्श हम सभी के लिए प्रेरणा हैं।

सीएम योगी बोले - "नायक अकबर-औरंगजेब नहीं, शिवाजी और महाराणा प्रताप थे"
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में एक कार्यक्रम में भारतीय इतिहास के महान नायकों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के नायक, अकबर और औरंगजेब नहीं, बल्कि शिवाजी और महाराणा प्रताप थे। यह बयान ऐतिहासिक शिक्षा एवं प्रेरणा देने के लिए खासतौर पर प्रेरक रहा।
योगी आदित्यनाथ के बयान का महत्व
सीएम योगी के इस बयान का व्यापक महत्व है। उन्होंने बताया कि कैसे औरंगजेब और अकबर जैसे मुग़ल सम्राटों ने भारतीय संस्कृति और परंपराओं को दबाने का प्रयास किया। इसके विपरीत, शिवाजी और महाराणा प्रताप ने स्वतंत्रता और स्वाभिमान की रक्षा के लिए संघर्ष किया। इस संदर्भ में उनकी बात ने उपस्थित जनसमूह को भरपूर प्रेरणा दी।
इतिहास में नायकों की भूमिका
भारत का इतिहास वीरता, साहस, और बलिदान से भरा हुआ है। शिवाजी महाराज ने अपने समय में एक महासाम्राज्य की स्थापना की, जिसने स्थानीय संस्कृति को संरक्षित किया और स्वतंत्रता के लिए संघर्ष किया। वहीं, महाराणा प्रताप ने अपने जंगों के जरिए देश के लिए अमिट छाप छोड़ी। ये नायक हमारे लिए प्रेरणा स्रोत हैं।
समाज में सकारात्मक बदलाव
सीएम योगी ने कहा कि हमें अपने नायकों को याद करना चाहिए और उनके योगदान पर गर्व करना चाहिए। यह बातें समाज में सकारात्मक बदलाव की दिशा में महत्वपूर्ण साबित हो सकती हैं। एकजुटता और सांस्कृतिक गर्व से हमें आगे बढ़ना चाहिए।
समापन में, योगी ने कहा कि जो लोग इतिहास को जानने का प्रयास करते हैं, वे कभी भी अपने भविष्य को सशक्त नहीं कर सकते। इसलिए हमें अपने नायकों की अंशकालिक जीवनशैली से सीखना चाहिए और एक उन्नत समाज का निर्माण करना चाहिए।
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