हाईकोर्ट ने कमल रावत की याचिका को किया निरस्त, नामांकन रद्द होने के बाद हाईकोर्ट में लगाई थी याचिका

चम्पावत। जिला पंचायत की भंडारबोरा सीट से दावेदारी कर रहे पूर्व भाजपा मंडल अध्यक्ष कमल रावत का नामांकन रद्द होने

Jul 12, 2025 - 00:53
 57  501.8k
हाईकोर्ट ने कमल रावत की याचिका को किया निरस्त, नामांकन रद्द होने के बाद हाईकोर्ट में लगाई थी याचिका

हाईकोर्ट ने कमल रावत की याचिका को किया निरस्त, नामांकन रद्द होने के बाद हाईकोर्ट में लगाई थी याचिका

चम्पावत। जिला पंचायत की भंडारबोरा सीट से दावेदारी कर रहे पूर्व भाजपा मंडल अध्यक्ष कमल रावत का नामांकन रद्द होने के बाद उन्होंने हाईकोर्ट में याचिका लगाई थी, लेकिन जानकारी मिल रही है कि उनकी याचिका को निरस्त कर दिया गया है। भाजपा प्रत्याशी शैलेश जोशी द्वारा उनके नामांकन को लेकर जानकारी छुपाने की शिकायत दर्ज कराई थी। जिसमें उन्होंने कहा था कि उनके ऊपर आईटी एक्ट में मामला दर्ज हुआ था, जिसका उल्लेख याचिका में छिपाया गया था। यह निर्णय राज्य के राजनीतिक सर्कलों में हलचल पैदा करने वाला है और इससे कमल रावत की राजनीतिक राहें मुश्किल में पड़ सकती हैं।

याचिका का निरस्तीकरण और उसके प्रभाव

कमल रावत ने हाल ही में हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी, जिसमें उन्होंने अपने नामांकन रद्द होने का विरोध किया था। उनका तर्क था कि यह निर्णय अन्यायपूर्ण था और उन्होंने चुनावी प्रक्रिया का पालन किया है। लेकिन, उच्च न्यायालय ने उनकी दलीलों को ठुकराते हुए याचिका को निरस्त कर दिया। यह निर्णय भाजपा के लिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे पार्टी की छवि पर असर पड़ सकता है।

भाजपा प्रत्याशी शैलेश जोशी की शिकायत

भाजपा के शैलेश जोशी ने कमल रावत के खिलाफ यह शिकायत दर्ज कराई थी कि रावत ने अपनी याचिका में कुछ महत्वपूर्ण जानकारियों को छिपाया है, खासकर आईटी एक्ट के तहत दर्ज मामले का। जोशी का आरोप था कि रावत ने अपनी कर्तव्यों का सही निर्वहन नहीं किया था, जो चुनावी नियमों का उल्लंघन है। इसके बाद ही हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई थी।

राजनीतिक विश्लेषकों की प्रतिक्रिया

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि रावत का नामांकन रद्द होना और हाईकोर्ट द्वारा याचिका का निरस्त होना भाजपा के अंदरूनी राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ है। इससे पार्टी के भीतर का गुटबाजी बढ़ सकता है, जो आगामी चुनावों में चुनौती प्रस्तुत कर सकता है। कुछ सूत्रों के अनुसार रावत को पार्टी के कार्यकर्ताओं का समर्थन भी नहीं मिल रहा है, जिससे उनकी स्थिति और कमजोर हो गई है।

निष्कर्ष

इस निर्णय से कमल रावत की राजनीतिक संभावनाएं कमजोर पड़ सकती हैं, और भाजपा को भी इसके प्रभावों का सामना करना पड़ सकता है। उम्मीद है कि पार्टी इस मुद्दे को जल्द से जल्द सुलझाएगी और अपने कार्यकर्ताओं का समर्थन प्राप्त करेगी। आने वाले दिनों में इसे लेकर और भी चर्चाएँ हो सकती हैं।

अपडेट्स के लिए, विजिट करें: pwcnews.com

Keywords:

High Court, Kamal Rawat, nomination cancellation, IT Act, political news, Chamba district, BJP candidate, Shailesh Joshi, election dispute, Indian politics.

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow