‘जैसे ही हम कंटेनर से बाहर निकले…’, उत्तराखंड में हिमस्खलन से बचाए गए मजदूरों ने सुनाई आपबीती

उत्तराखंड के चमोली जिले के माणा गांव में एक हिमस्खलन ने 55 मजदूरों के कैंप को तबाह कर दिया। कई मजदूरों ने बर्फ के सैलाब से बचने की अपनी कहानी सुनाई।

Mar 1, 2025 - 23:53
 62  47.3k
‘जैसे ही हम कंटेनर से बाहर निकले…’, उत्तराखंड में हिमस्खलन से बचाए गए मजदूरों ने सुनाई आपबीती

‘जैसे ही हम कंटेनर से बाहर निकले…’, उत्तराखंड में हिमस्खलन से बचाए गए मजदूरों ने सुनाई आपबीती

उत्तराखंड में हाल ही में हुए एक भयानक हिमस्खलन ने कई मजदूरों को संकट में डाल दिया। हिमस्खलन के दौरान, मजदूरों को कंटेनर में फंसे रहने के बाद बचाया गया। बचाए गए मजदूरों ने अपनी आपबीती सुनाते हुए कहा, “जैसे ही हम कंटेनर से बाहर निकले, हमने जो देखा, वह हमारे जीवन का सबसे भयावह क्षण था।” यह हादसा न केवल शरीर के लिए बल्कि मानसिक रूप से भी एक बड़ा झटका था।

बचाव कार्य का दौर

हिमस्खलन के बाद रेस्क्यू टीम ने तुरंत बचाव कार्य शुरू किया। स्थानीय प्रशासन और आईटीबीपी के जवानों ने मिलकर मजदूरों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाने का प्रयास किया। बचाव कार्य के दौरान कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा, लेकिन टीमों ने लगन से काम किया। प्रभावित क्षेत्र में मौजूद मजदूरों का कहना है कि उनकी जान बचाने में रेस्क्यू टीम की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण रही।

मजदूरों की कहानियाँ

बचाए गए मजदूरों ने बताया कि हादसे के समय उनमें कितनी घबराहट थी। "हमारे चारों ओर बर्फ थी और हम नहीं जानते थे कि हम कब बाहर निकल पाएंगे," एक मजदूर ने कहा। उन्होंने ये भी बताया कि बचाव के बाद, उन्होंने राहत की सांस ली, लेकिन मानसिक तनाव अभी भी बना हुआ है।

आगे की तैयारी

इस प्रकार के हादसों से बचने के लिए स्थानीय प्रशासन को सुरक्षा उपायों की समीक्षा करनी चाहिए। बर्फबारी के मौकों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है, जिससे भविष्य में ऐसे दर्दनाक अनुभवों को रोका जा सके। प्रवासी श्रमिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना सरकार की प्राथमिकता होनी चाहिए।

News by PWCNews.com कुंजीशब्द: उत्तराखंड हिमस्खलन मजदूरों की आपबीती, बचाव कार्य उत्तराखंड, हिमस्खलन की घटना, मजदूरों की कहानियाँ, उत्तराखंड समाचार, सहायता टीम पहल, प्रवासी श्रमिक सुरक्षा, हिमस्खलन से बचाव सुनवाई

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow