7-8 घंटे सोने के बाद भी उठते समय महसूस होता है चिड़चिड़ापन, तो सोते समय करें ये काम
क्या आपको सात से आठ घंटे सोने के बाद भी ऐसा लगता है कि आपकी नींद पूरी नहीं हो पाई? अगर हां, तो आपको रात में सोने से पहले स्लीप मेडिटेशन जरूर करना चाहिए।

7-8 घंटे सोने के बाद भी उठते समय महसूस होता है चिड़चिड़ापन, तो सोते समय करें ये काम
जब हम पर्याप्त नींद लेते हैं, लेकिन फिर भी सुबह उठते समय चिड़चिड़ापन महसूस करते हैं, तो यह एक गंभीर समस्या हो सकती है। नींद केवल एक आवश्यकता नहीं है, बल्कि यह हमारे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। इस लेख में, हम उन कारणों का पता लगाएंगे क्यों हमें 7-8 घंटे सोने के बावजूद चिड़चिड़ापन महसूस हो सकता है और हम सोते समय कौन से बेहतर तरीके अपना सकते हैं।
नींद के चक्र को समझना
हमारी नींद कई चरणों में विभाजित होती है, जिसमें गहरी नींद और REM नींद शामिल हैं। यदि आप अपनी नींद के चक्र को सही तरीके से समझते हैं, तो आप सही समय पर जाग सकते हैं। ऐसा करने से आप ताजगी महसूस करेंगे।
स्लीप हाइजीन के महत्वपूर्ण पहलू
स्लीप हाइजीन का मतलब है अच्छी नींद की आदतें अपनाना। इनमें नियमित सोने का समय, सोने से पहले स्क्रीन टाइम को कम करना, और अपने बिस्तर को आरामदायक बनाना शामिल है। यह सारी बातें आपके सोने की गुणवत्ता को बढ़ा सकती हैं।
आरामदायक वातावरण बनाना
सोते समय का वातावरण कैसा है, यह भी बहुत महत्वपूर्ण है। कमरे का तापमान, अंधेरा, और शांति आपके सोने के अनुभव को बढ़ा सकते हैं। यदि आप ये सुनिश्चित कर सकते हैं कि आपका सोने का स्थान आरामदायक है, तो आप बेहतर नींद प्राप्त कर पाएंगे।
तनाव को कम करना
तनाव और चिंता हमें अच्छी नींद से वंचित कर सकते हैं। इसलिए, सोने से पहले ध्यान, योग, या गहरी साँस लेने की तकनीकें भी बहुत लाभकारी हो सकती हैं। यह आपके मन को शांत करने में मदद कर सकता है और आप बेहतर सो पाएंगे।
अगर आप इन उपायों को अपनाते हैं, तो संभव है कि आपको सुबह उठने पर चिड़चिड़ापन महसूस न हो। बेहतर नींद और एक सुखद सुबह की ओर कदम बढ़ाएं।
News by PWCNews.com Keywords: नींद की गुणवत्ता, चिड़चिड़ापन सुबह, सोने का वातावरण, नींद के चक्र, तनाव कम करना, स्लीप हाइजीन, बेहतर नींद की आदतें.
What's Your Reaction?






