गणतंत्र दिवस के चौथे दिन क्यों मनाई जाती है बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी, क्या है इसके पीछे की सदियों पुरानी परंपरा

Beating Retreat 2025: 26 जनवरी के चौथे दिन यानि 29 जनवरी को बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी का आयोजन किया जाता है। जिसमें देश की तीनों सेनाओं के बैंड देशभक्ति से भरे गाने और परेड के साथ लोगों को मंत्रमुग्ध कर देते हैं। जानिए क्यों मनाया जाता है बीटिंग रिट्रीट समारोह?

Jan 29, 2025 - 14:53
 62  501.8k
गणतंत्र दिवस के चौथे दिन क्यों मनाई जाती है बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी, क्या है इसके पीछे की सदियों पुरानी परंपरा
गणतंत्र दिवस के चौथे दिन क्यों मनाई जाती है बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी, क्या है इसके पीछे की सदियों पुरानी परंपरा News by PWCNews.com

बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी का महत्व

हर साल 26 जनवरी को भारत गणतंत्र दिवस मनाता है, लेकिन इसका जश्न 29 जनवरी को बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी के साथ समाप्त होता है। यह समारोह भारतीय संस्कृति और धरोहर का प्रतीक है, जो अपनी विविधता और सामंजस्य को दर्शाता है। बीटिंग रिट्रीट का मुख्य उद्देश्य है, भारतीय सशस्त्र बलों की शक्ति और एकता को प्रदर्शित करना। इस दिन, सशस्त्र बलों की विभिन्न टुकड़ियों के समवेत संगीत प्रस्तुति होती है, जो दर्शकों को एक अनूठा अनुभव प्रदान करती है।

परंपरा का इतिहास

बीटिंग रिट्रीट की परंपरा का इतिहास लंबे समय से जुड़ा हुआ है। यह भारतीय संस्कृति में खेतों की सुरक्षा के लिए एक पुराने युद्ध के समय की परंपरा से शुरू हुआ था। युद्ध के बाद जब सैनिक अपने गढ़ में वापस लौटते थे, तब यह समारोह आयोजित किया जाता था। इस समय सैनिक अपने समर्पण और सम्मान को दर्शाने के लिए संगीत बजाते थे। धीरे-धीरे, यह परंपरा विकसित होकर आज के स्वरूप में बदल गई है।

समारोह का आयोजन

इस मौके पर, राष्ट्रपति भारत गणतंत्र के प्रतीक के रूप में, समारोह की अध्यक्षता करते हैं। पूरे देश से सेना, नौसेना, और वायुसेना की टुकड़ियाँ इस समारोह में भाग लेती हैं। रंग-बिरंगी वर्दी पहने हुए सैनिकों का प्रदर्शन एक मनोरम दृश्य प्रस्तुत करता है। साथ ही, कुछ समय राग-दरबारी और अन्य भारतीय संगीत रचनाओं को बजाने में भी गुजरता है, जिससे यह समारोह और भी प्रभावशाली बन जाता है।

समापन समारोह

बीटिंग रिट्रीट समारोह महीने का अंत करता है और गणतंत्र दिवस के उत्सव को एक शानदार तरीके से समाप्त करता है। यह समारोह लोगों को भारतीय संस्कृति, शांति और सुरक्षा का संदेश देता है। त्योहार की धूमधाम और उत्साह के साथ, यह समारोह भारत की विविधता और एकता का जश्न मनाता है।

बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी न केवल एक परंपरा है, बल्कि यह भारत की एकता और सांस्कृतिक धरोहर को संजोए रखने का भी एक महत्वपूर्ण अवसर है। Keywords: बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी का महत्व, गणतंत्र दिवस पर बीटिंग रिट्रीट, भारतीय संस्कृति और परंपरा, बीटिंग रिट्रीट का इतिहास, समारोह का आयोजन, बीटिंग रिट्रीट का समापन, गणतंत्र दिवस मनाने का तरीका, भारतीय सशस्त्र बलों का सम्मान, बीटिंग रिट्रीट का महत्व, गणतंत्र दिवस की परंपरा For more updates, visit PWCNews.com.

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow